नई दिल्ली: 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने आज सबसे बड़ा ऐलान कर दिया। कांग्रेस ने आज मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर शीला दीक्षित के नाम का ऐलान कर दिया। शाम 4 बजे एक प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने शीला दीक्षित के नाम की घोषणा की।
संजय सिंह कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष होंगे जबकि प्रमोद तिवारी समन्वय समिति के प्रमुख होंगे। कई वरिष्ठ नेताओं जैसे रीता बहुगुणा जोशी, मोहसिना किदवई को भी इस समिति में जगह दी गई है। आरपीएन सिंह को यूपी कांग्रेस का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। नाम का ऐलान होने के बाद शीला ने कहा कि जिम्मेदारी के लिए हाईकमान का शुक्रिया। ये चुनाव मेरे लिए चुनौती है। हम सब मिलकर मिलकर मेहनत करेंगे और कांग्रेस के लिए अच्छे नतीजे आएंगे। प्रियंका गांधी के सवाल पर उन्होंने कहा कि बिल्कुल चाहूंगी कि प्रियंका रायबरेली से बाहर कैंपेन करें। वो बहुत लोकप्रिय नेता हैं। शीला ने अपने उपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर ये भी कहा कि आरोप गलत हैं और राजनीति से प्रेरित हैं। मेरे पास कोई समन नहीं आया है। वहीं रीता बहुगुणा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शीला दीक्षित के आने से पार्टी को फायदा होगा और वह ब्राह्मण भी हैं।
बता दें कि यूपी चुनाव के प्रचार की जिम्मेदारी गांधी परिवार की सदस्य और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी निभाएंगी। वह यूपी चुनाव में 150 से ज्यादा रैलियां कर सकती हैं। बता दें कि 2 दिन पहले यूपी कांग्रेस की कमान सांसद राज बब्बर को दी गई है। कांग्रेस में हो रही इस हलचल पर प्रतिक्रियाओं का दौर भी शुरू हो गया। समाजवादी पार्टी प्रवक्ता पंखुरी पाठक ने कहा कि हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उत्तरप्रदेश की जनता कोई भी बाहरी चेहरे को स्वीकर नही करेगी। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। हम अपने पांच साल के विकास कार्ड पर लड़ेंगे।
वहीं बीजेपी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि कांग्रेस के अंदर संशय है जिसके कारण शीला दीक्षित को आगे किया है। वो इनका चेहरा भी स्थापित नहीं कर पाएंगे। 2012 में हम तीसरे नंबर पर थे इसलिए इस बार हम पूरा परिश्रम कर रहे हैं आगे आने के लिए।