नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में आज ब्लॉक प्रमुखों के लिए मतदान हो रहे हैं। हालांकि मतदान से पहले ही सत्ताधारी समाजवादी पार्टी इसमें बड़ी जीत हासिल करती दिख रही है। 816 ब्लॉक में से 345 जगहों पर पार्टी के प्रत्याशी निर्विरोध चुने जाएंगे वहां कोई दूसरा उम्मीदवार खड़ा नहीं हुआ है। इस तरह चुनाव नतीजों से पहले ही समाजवादी पार्टी ने राज्य के ब्लॉक प्रमुखों के चुनावों में 40 प्रतिशत से ज्यादा जगहों पर जीत हासिल कर ली है।
उधर बीजेपी समेत दूसरी विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि इन चुनावों में सरकारी मशीनरी के बेजा इस्तेमाल हुआ है। बीजेपी ने इसको लेकर राज्य निर्वाचन आयोग में शिकायत भी की है। उसका कहना है कि नामांकन के दौरान सरकार के इशारे पर पुलिस चुप है जबकि ब्लॉक प्रमुख पद के प्रत्याशियों को डराया धमकाया जा रहा है। साथ ही कई जगहों पर बीडीसी सदस्यों को धमकी भी दी जा रही है।
जिला सुल्तानपुर में ब्लॉक धनपतगंज में अपना नामांकन करने जा रही जानकी देवी पत्नी केसरी ग्राम मायंग थाना-कूरेमार को गालियां दी और अखिलेश सरकार का धौंस देते हुए गाड़ी में खींचने का प्रयास किया और जान से मारने की धमकी दी। वहीं जिला कानपुर नगर के कल्याणपुर ब्लॉक के अन्तर्गत जिला पंचायत सदस्य महेंद्र सिंह चन्देल (सदस्य जिला पंचायत) के परिवार में तीन बीडीसी सदस्य हैं, को धमकी दी जा रही है।
जिला लखनऊ के ब्लॉक काकोरी से प्रत्याषी रामविलास रावत के प्रस्तावक सदस्य को पुलिस के द्वारा उठा लिया गया है। जिला जौनपुर खुटहन ब्लॉक में निर्वतमान ब्लॉक प्रमुख रमेश सिंह नामांकन को जमानता राशि की रसीद ना लगाने का कारण बताकर रद्द कर दिया गया।