फर्रुखाबाद: लोहिया अस्पताल महिला अनुभाग में लगे सीसीटीवी कैमरों में लगी जनता की लाखो की कमाई के बाद भी उनका जनता के हित में कही दूर-दूर तक प्रयोग नही हो पा रहा है| कैमरे तो लग गये लेकिन उन्हें संचालित करने वाला कोई नही| जिससे उनका रिकार्डिंग सिस्टम ही बाधित है| यह खुलासा तब हुआ जब शनिवार को लोहिया अस्पताल के महिला अनुभाग से आशा बहु की 11 माह की बेटी चोरी हो गयी| पूंछे जाने पर किसी के पास संतोषजनक उत्तर नही है|
मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मांडल शंकरपुर निवासी आशा बहु राधा प्यारी की 11 माह की बच्ची जब अस्पताल से गायब हुई तो सूचना मिलने में पर मौके पर पुलिस पंहुची| पुलिस ने जाँच के दौरान अस्पताल में लगे सीसीटीवी की मदद से बच्ची के विषय में जानकारी हासिल करने का प्रायस किया जब पुलिस सीसीटीवी कैमरे देखने के लिये महिला सीएमएस के कमरे में गयी तो पता चला सीसीटीवी बंद है| मजे की बात यह है जिस कमरे से बच्ची गायब हुई उस कमरे के सामने दो कैमरे लगे है| लेकिन सभी बंद थे| जिससे बच्ची के गायब होने के रहस्य से पर्दा नही उठ सका|
घटना के समय सीएमएस सरोज बाला मौके पर नही थी कैमरे का रिकार्डिंग सिस्टम उनके कार्यालय में ताले में बंद था| जिसे कोई देखने वाला नही| सूचना पर जब सीएमएस मौके पर पंहुची तब सीसीटीवी का रिकार्ड पुलिस ने खंगाला लेकिन बच्ची चोरी के सम्बन्ध में कोई सुराग नही मिल सका| क्योंकि सीसीटीवी का पूरा सिस्टम ही बंद था| जब पुलिस ने उसे एक कर्मचारी से चालू कराया तो वह चालू तक नही कर सका| जिसके बाद पुलिस ने मिडिया कर्मियों की मदद लेकर सीसीटीवी का पूरा सिस्टम चेक किया| सभी सीसीटीवी लगभग ठीक मिले| केबल दो कैमरे ही ख़राब मिले| कैमरो की रिकार्डिंग नही मिली| जिसके बाद पुलिस बैरंग लौट गयी|
सीएमएस महिला सरोज बाला सिंह ने बताया की अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे को चलाने वाला कोई आपरेटर नियुक्त नही है| कैमरे अपने आप ही चलते रहते है| उन्हें नही पता की कैमरे किसने बंद किये| उनका मानना है की हो सकता है की किसी कर्मचारी का हाथ लगने से सीसीटीवी बंद हो गये हो|
चौकी इंचार्ज सुदीप मिश्रा बने बताया की उन्हें सीसीटीवीबंद होने से कोई सुराग नही मिल सका है| यदि कैमरे चालू होते तो बच्ची के गायब होने के रहस्य से पर्दा जरुरर उठता|