नई दिल्ली:उत्तर प्रदेश के दर्जा प्राप्त मंत्री ओमपाल नेहरा को राम मंदिर पर बोलना महंगा पड़ गया। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बयानबाजी को लेकर उन्हें बर्खास्त कर दिया है। ओमपाल नेहरा ने अयोध्या में मंदिर बनवाने के लिए मुस्लिमों से साथ आने की अपील की थी।
समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी सरकार के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री ओमपाल सिंह नेहरा ने कहा था हिंदू और मुसलमानों को मिलकर अयोध्या और मथुरा में कारसेवा करनी चाहिए ताकि वीएचपी का मुद्दा ही खत्म हो जाए। अखिलेश सरकार ने इस बयान पर मेहरा को बर्खास्त कर दिया है।बिजनौर में एक सभा में नेहरा ने कहा था कि अगर मुस्लिम हिंदुओं के साथ सौहार्द बढ़ाना चाहते हैं तो उन्हें अयोध्या, मथुरा और काशी में मस्जिद पर दावा छोड़ मंदिर बनाने में साथ आना चाहिए। उन्होंने कहा था कि मुसलमानों को अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए कार सेवा करनी चाहिए।
वहीं ओमपाल ने कहा कि मैं 23 दिसंबर को एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि था। उसमें बयान दिया था जिस पर मुसे निलंबित किया गया है। कल रात DM ने निलंबन के बारे में बताया।मैंने कहा था कि बीजेपी के पास यूपी में राम मंदिर के अलावा कोई मुद्दा नहीं है इसलिए ये मुद्दा हमेशा के लिए खत्म हो जाना चाहिए। मैंने कहा था कि सेकुलर नेताओं और मुस्लिम बुद्धिजीवियों को इसके समाधान के लिए सामने आना चाहिए।