फर्रुखाबाद: राजेपुर ब्लाक में सरकारी भवनो और स्कूलों की दीवारे जमकर पंचायत चुनावो के प्रचार से पोती गे मगर किसी अफसर की इन पर निगाह नहीं गयी| हैरत की बात ये है ये प्रचार बूथों के सामने वाली सरकारी दीवारो तक पर मौजूद है| आचार संहिता की जमकर धज्जिया उड़ाई गयी| एक दबंग नेता के दबाब में कार्यवाही करने से अफसर कतराते भी रहे| हालत ये रहा कि बस प्रतीक्षालय से लेकर स्कूल और पंचायत भवनो पर सपा और सबंग नेता के समर्थको के प्रचार खूब लिखे रहे और आचार संहिता को मुह चिड़ाते रहे| हमीरपुर सोमवंशी में बूथ के अंदर ही स्कूल की दीवारो पर मीडिया की नजर पड़ जाने से सकुचाये तहसीलदार ने तुरंत उसे साफ़ करने का उपक्रम कराया|
मतदान के पहले और मतदान के दिन मीडिया की नजर में जो आ गया उसे पोता गया वर्ना इस तहसील में तो आम जनता अफसरों को दबंगो के आगे घुटनो के बल होने की दुहाई देते रहे| मतदाता सूचियो में भी इस तहसील में दबंगो की खूब चली| हालात ये रहे कि दबंग नेता की मर्जी से लेखपालो की तैनाती की गयी| एक दबंग समर्थक लेखपाल को कई सर्किल के गाँव का चार्ज मिला तो आचार संहिता और तबादला नीति को मुह चिड़ाते हुए एसडीएम ने तहसील में कुल तैनात लेखपालो में से एक साथ 50 प्रतिशत से ज्यादा तबादले मतदाता सूची के पुर्निरीक्षण के दौरान कर दिए| इनमे से अधिकांश ने अभी तक चार्ज तक नहीं दिया है| अमृतपुर तहसील में तैनात कुल 20 लेखपालो में से 12 के तबादले एक साथ कर दिए गए जबकि एसडीएम को इतने तबादले एक साथ करने का अधिकार तक नहीं था| ग्रामीणो का आरोप है कि ये सब दबंग नेता के मन मुताबिक वोटर सूची तैयार करने के उद्देश्य से किये गए|
राजेपुर ब्लाक में सरकारी दीवारो पर लिखे चुनाव प्रचार वोटिंग वाले दिन तक लिखे रहे और अफसरों ने इन्हे हटाने की जहमत तक नहीं उठायी|