फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी ने बढ़पुर व्लाक में हुई बैठक कहा है की केंद्र के द्वारा लागू किये गए खाध सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत जिले के किसी भी गरीब को भूख के कारण मरने नही दिया जायेगा| यदि गरीब राशन लेने कोटेदार के पास नही आता तो यह प्रधान व चयनित अधिकारी जिम्मेदारी होगी की वह उसके घर चलकर राशन पंहुचाये|
श्री चौहान ने ग्राम पंचायत में चल रही विभिन्य योजनाओ की समीक्षा की| उन्होंने मनरेगा के अंतर्गत हुये कहा की जितनी सरकारी योजनाये है उन सभी की प्रधान खुली बैठक कर समीक्षा करे ताकि बाद में उसमे आपत्ति की कोई स्थित ना बने| इसके साथ ही जनपद में 91 गाँव व दो व्लाक भी नये बनाये जाने की बात कही| जिलाधिकारी ने कहा की जिन गाँव में मनरेगा के तहत कार्य नही हुआ व पैसा खर्च नही किया गया| लेकिन जांब कार्ड बने है उन प्रधानो व सचिव को इसका हिसाब देना पड़ेगा|
इसके साथ ही साथी सभी ग्राम प्रधानो को निर्देश दिए की वह खुले लोगो को शौच जाने से रोके| जिन घरो में शौचालय ही है उन लोगो को शौचालय बनबाने के लिये प्रेरित करे| डीएम ने सभी को खुले में शौच ना जाने की सलाह दी| इसके साथ ही साथ उन्होंने बताया की यदि कोई खुले में शौच जाता है तो उसे मल को वही मिटटी में दबा देना चाहिए| एक व्यक्ति के खुले में मल करने से एक गाँव को वायरस मिलते है| एक व्यक्ति के एक ग्राम मल में एक लाख वायरस होते है| जो विभिन्य बीमारियाँ फैलाते है|
डीएम ने ग्राम लोहा पानी के निकट निकलने वाले नाले को पक्का करने के निर्देश दिये| इसके साथ ही साथ उन्होंने समाजवादी पेंशन योजना के विषय में प्रधानो से कहा यदि कोई गाँव का गरीब समाजवादी पेंशन ले रहा है तो उसे 50 रुपये वार्षिक की वृद्धि की जायेगी| यह लाभ उन्ही को मिलेगा बच्चे सरकारी विधालयो में पढ़ते हो और कुछ अन्य शर्तो को भी पूरा करते हो| उन्होंने बताया की व्लाक में 2569 को समाजवादी पेंशन का लाभ दिया गया है|
श्री चौहान ने केंद्र सरकार के खाद्यय सुरक्षा अधिनियम के विषय में बताया की यदि कोई गाँव का गरीब राशन लेने के लिये नही गया तो यह जिम्मेदारी ग्राम प्रधान व सम्बन्धित अधिकारी की होगी की वह उस व्यक्ति के घर खुद राशन पंहुचाये| यदि यह नही किया जाता है तो प्रधान व सम्बन्धित अधिकारी जेल जाने को तैयार रहे|
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्रीनारायण शुक्ला, व्लाक प्रमुख यश पाल यादव, ग्राम प्रधान मुन्नी देवी, नीलम दुबे, विनोद कुमार, जमील अहमद, बुढनामऊ के प्रधान रामविलास, धन्सुआ के प्रधान लालराम आदि मौजद रहे|