लखनऊ: जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती, साईं बाबा को लेकर अपने रुख पर अब भी कायम हैं। उन्होंने यहां कहा कि साईं को ब्राह्मण बताने वाले समाज को बरगला रहे हैं। वह अज्ञानी हैं, उन्हें सच्चाई पता नहीं है। ऐसे लोगों द्वारा समाज में भ्रम फैलाए जाने से सनातन धर्म को नुकसान पहुंच रहा है।
बीती शाम शिष्यों के साथ प्रयाग स्थित मनकामेश्वर मंदिर पहुंचे शंकराचार्य ने कहा साईं मुसलमान थे, इसका वह प्रमाण देने को तैयार हैं। बोले, मेरे पास कोई भी आकर अपनी शंका दूर कर सकता है। अयोध्या में राममंदिर निर्माण को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि द्वारा आपसी सामंजस्य बनाने के प्रयास पर उन्होंने कहा वह उनसे बैठकर बात करेंगे। अगर कोई सार्थक हल निकलता है तो स्वागत है। शंकराचार्य परी अखाड़ा पीठाधीश्वर त्रिकाल भवंता से खफा नजर आए। कहा कि त्रिकाल भवंता स्वयं को शंकराचार्य कहती हैं। यह गलत है। आदि शंकराचार्य ने केवल चार पीठों की स्थापना की थी। उन्हीं की बनाई परंपरा आज भी कायम है। उससे इतर कोई नया शंकराचार्य कैसे बन सकता है।