फर्रुखाबाद: यूपी के राज्यपाल शुक्रवार को जनपद पंहुच रहे है यह सुन कर वर्षो से अपने हक की लड़ाई लड़ रहे कारगिल के आपरेशन रक्षक में शहीद हुये बहादुर सैनिक मिलेट्री सिंह के परिजन उनसे भेट करेगे| वह महामहिम के सामने अपनी समस्याओ को लेकर जायेगे|
कारगिल में 13 फरवरी को आपरेशन रक्षक के दौरान शहीद हुये मिलेट्री सिंह की विधवा गीता देवी निवासी नारायनपुर सेन्ट्रल जेल चौराहा ने बताया की उनके पति जब शहीद हुये थे तो उनके बलिदान को देखते हुये उनके परिवार को एक पेट्रोल पम्प देने का वादा किया गया था| लेकिन युद्ध खत्म हो गया| शहीद के परिजनों को तमाम मैडिल मिले नही मिला तो बस सरकार द्वारा घोषित किया गया पेट्रोल पम्प|
गीता देवी ने बताया की जब उनके पति शहीद हुये तो उनके सात बच्चे थे| जो बिलकुल ही मासूम थे| कागजी कार्यवाही ना कर पाने और सरकार व विभाग की उदासीनता के चलते उसका यह हक़ मारा गया| आज बच्चे बड़े हो गये| दो बेटियां (20)प्रीति व 17 वर्षीय पूनम हाथ पीले करने के लायक है| लेकिन आज उस परिबार के पास इतना पैसा नही की वह अपनी पुत्रियों के हाथ पीले कर सके| जिस वीर जबान ने देश के उन करोड़ो लोगो की रक्षा के लिये अपने सीने पर गोली खाकर सीना खून से लाल कर लिया उसको सरकार मदद के नाम पर ठेगा दिखा रही है|
जिसके चलते अब शहीद की पत्नी गीता देवी ने खुद यह लडाई लड़ने का वीणा उठाया है| शुक्रवार को आवास विकास पंहुच रहे राज्यपाल रामनाईक से मिलने का फैसला किया है| परिवार उनसे मिल पायेगा या नही यह तो बाद की बात है फ़िलहाल इससे सरकार के दो चेहरे सामने आ गये है|
भाजापा सांसद ने अभद्रता करके भगाया
शहीद की बेबा गीता देवी ने बताया की वह इस सम्बन्ध में भाजापा सांसद मुकेश राजपूत से भी मिली| उन्होंने यह कहकर भगा दिया की पति शहीद हो गये तो हम क्या करे| मकान हवा में नही बनता है जाओ अपने घर जाओ|