नई दिल्ली:क्रिकेट वर्ल्ड कप में पूरे टूर्नामेंट के दौरान शानदार प्रदर्शन करने वाली टीम इंडिया आज सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के हाथों बुरी तरह हार गई। टीम इंडिया का हार का आंकलन करें तो दस वजह निकलती हैं जो टीम इंडिया का हार का कारण बनीं। अगर टीम इंडिया ये दस गलतियां नहीं करती तो वर्ल्ड कप के फाइनल में खेलने का मौका मिलता। लेकिन अब ये मौका टीम इंडिया को हराकर ऑस्ट्रेलिया के पास है। एक नजर टीम इंडिया की दस बड़ी गलतियों पर-
टॉस हारना
सिडनी की पिच और मौसम को देखते हुए इस सेमीफाइनल मुकाबले में टॉस की अहम भूमिका मानी जा रही थी। लेकिन आज धोनी टॉस जीतने में असफल हो गए। अगर धोनी टॉस जीतते तो वो भी पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करते, जो कंगारुओं ने किया। कंगारुओं ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया के सामने 329 रन का विशाल लक्ष्य रखा।
स्मिथ और फिंच का जोड़ी न तोड़ पाना
वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का सबसे मजबूत पक्ष माने जाने वाली गेंदबाजी ने टीम इंडिया को कंगारुओं के खिलाफ अच्छी शुरुआत दिलाई। डेविड वॉर्नर को जल्द आउट कर उमेश यादव ने टीम के लिए अच्छी शुरुआत की। लेकिन वॉर्नर के आउट होने के बाद फिंच और स्मिथ ने टीम का और नुकसान नहीं होने दिया। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 170 गेंदों पर 150 रन की पाटनरशिप की। अगर टीम इंडिया के गेंदबाज इस जोड़ी को तोड़ देते तो मैच का रुख कुछ और ही हो सकता था। ऑस्ट्रेलिया का दूसरा विकेट 34.1 ओवर में 197 रन पर गिरा।
स्पिनर का विकेट न ले पाना
सिडनी की पिच स्पिन के अनुकूल मानी जा रही था। लेकिन कंगारुओं के खिलाफ बीच के ओवरों में टीम इंडिया के स्पिनर कुछ हद तक रन गति पर अकुंश तो लगा सके लेकिन टीम के लिए पहले के मैचों की तरह विकेट नहीं निकाल पाए। कंगारुओं के खिलाफ टीम इंडिया के स्पिनरों को केवल एक विकेट ही मिला, जो अश्विन ने मैक्सवेल को आउट कर लिया था।
दवाब में सिंगल रन न रोक पाना
फील्डिंग के दौरान टीम इंडिया के फील्डर आज उतने तेज नहीं दिखे जितने पहले दिखाई दे रहे थे। एक समय कंगारुओं ने 232 से 248 रन के बीच में तीन विकेट गवां दिए थे। लेकिन इस दौरान ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज सिंगल रन लेते रहे। और दवाब कम करते रहे।
आखिरी ओवरों में लिए धोनी के गलत फैसले
टीम इंडिया के लिए आखिरी ओवर में मोहित शर्मा को गेंद थमाने का फैसला धोनी के लिए गलत साबित हुआ। मोहित शर्मा मिचेल जॉनसन जैसे गेंदबाज को आउट नहीं कर सके। जॉनसन ने ताबड़तोड़ 9 गेंदों पर 27 रन की पारी खेली। टीम इंडिया डेथ ऑवरों में कंगारुओं पर दवाब नहीं बना पाया।
बैटिंग पावर प्ले में टीम इंडिया का खराब खेल
आज टीम इंडिया बैटिंग पावर प्ले का सही इस्तेमाल नहीं कर पाई। बैटिंग पावर प्ले में टीम इंडिया ने 26 रन बनाए और एक विकेट भी गंवाया। जबकि ऑस्ट्रेलिया ने बैटिंग पावर प्ले में ताबड़तोड़ 64 रन बनाए और एक विकेट गवांया।
ओपनर का बड़ी पारी न खेल पाना
टीम इंडिया को ओपनर अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तबदील करने में नाकाम हुए। हालांकि दोनों ओपनर शिखर धवन और रोहित शर्मा को एक-एक जीवनदान भी मिला लेकिन इस जीवन दान का दोनों ही फायदा नहीं उठा पाए और गलत शॉट खेलकर आउट हो गए।
कोहली के अहम मौके पर आउट होना
टीम इंडिया ने जब अच्छी शुरुआत की। लेकिन जब टीम इंडिया के ओपनर शिखर धवन आउट हुए तो विराट कोहली को टीम कर खेलना चाहिए था। लेकिन कोहली आज दवाब में दिखे। लग ही नहीं रखा था कि यह वही कोहली हैं जिन्होंने टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार शतक लगाए थे। कोहली के आउट होते ही टीम इंडिया पर दवाब बन गया। टीम इंडिया का पहला विकेट 76 रन पर गिरा था और दो रन के बाद ही विराट भी आउट हो गए।
रन आउट होना
वर्ल्ड कप के इस मैच से पहले टीम इंडिया के खिलाड़ियों की विकेट के बीच में दौड़ अच्छी थी। लेकिन इस मैच में टीम इंडिया ने अहम मौके पर रन आउट होकर दो विकेट गवां दिए। धोनी और जडेजा ऐसे समय रन आउट हुए जब लगने लगा था कि टीम इंडिया मैच जीत सकती है, तभी धोनी और जडेजा रन आउट हो गए।
टीम इंडिया के बल्लेबाजों का गलत शॉट चयन
टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने बैटिंग के दौरान गलत शॉट खेलकर अपने विकेट गेंदबाजों की झोली में डाल दिए। जब टीम इंडिया को अच्छी शुरुआत मिल चुकी तो ओपनर को जल्दबाजी दिखाने की कोई जरूरत नहीं थी। ऐसे में शिखर धवन के गलत शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा दिया। ऐसा ही कुछ हाल कोहली और रैना का रहा।