लखनऊ: बरेली के सुभाषनगर के युवक ने कर्जा चुकाने के लिए गाजियाबाद से तीन माह का हिंदू बच्चा चुराकर दस हजार रुपये में बरेली के एक मुस्लिम को बेचा। एक अन्य मामले में गिरफ्तारी के बाद उसने चोरी की वारदात स्वीकार की। इसके बाद पुलिस ने बच्चा बरामद कर उसके मां-बाप की खोजबीन की है। यह बच्चा गाजियाबाद के एक हिंदू दंपती का है। उसके मां-बाप आज सूचना मिलने पर बरेली के सुभाषनगर थाने पहुंच गए हैं।
बरेली के सुभाषनगर के गांव मिलक रोंधी निवासी गिरीश पुत्र मोतीराम साल भर पहले गाजियाबाद में विजयनगर क्षेत्र के मुहल्ला बहरामपुर में मंगल बाजार के पास किराए पर रहता था। वहां से करीब सात महीने पहले गिरीश उसी मकान में किराए पर रहने वाले कासगंज के ङ्क्षहदू दंपती का तीन महीने का बेटा चोरी कर भाग निकला था। उसकी तलाश में गाजियाबाद पुलिस गिरीश के गांव भी आई थी लेकिन वह नहीं मिला। बच्चे को यहां लाने के बाद गिरीश नवाबगंज में झाड़ फूंक करने वाले कुर्बान मियां के पास इदरीश बनकर रहने लगा। वहां उसने पत्नी की मौत होने और बच्चा अपना बताया। बच्चे को पालने में गिरीश ने असमर्थता जताते हुए नवाबगंज में नई बस्ती स्थित मदीना मस्जिद के पास रहने वाले मुहम्मद इसराइल को दस हजार रुपये में बेच दिया। वहां पर गिरीश ने किसी को कानोंकान यह भनक नहीं लगने दी कि बच्चा गाजियाबाद से चोरी कर लाया गया है। इसराइल ने बच्चा लेने के बाद उसका खतना भी करा दिया।
इसी बीच बुधवार दोपहर सुभाषनगर में रामगंगा चौकी इंचार्ज उमेश यादव ने गिरीश को पकड़ लिया। गिरीश पर थाना सुभाषनगर में जनवरी 2013 का अमानत में खयानत का मुकदमा दर्ज है। वह महेशपुर ठाकुरान निवासी बुधपाल की बाइक मांगकर ले गया और फिर वापस नहीं की। इसी बीच पुलिस को जानकारी मिली कि गिरीश की तलाश में गाजियाबाद पुलिस भी उसके गांव आई थी। जब सख्ती से पूछताछ हुई तो उसने बच्चा चोरी करने की घटना स्वीकार कर ली। इसके बाद थाना सुभाषनगर की टीम नवाबगंज गई और बच्चा व इसराइल को थाने ले आई। इसराइल से पूछताछ हुई तो उसने बच्चे का नाम मुहम्मद हुमैर बताते हुए अपने पास उसके पहुंचने की पूरी कहानी बताई। इसी बीच कहानी में एक नया मोड़ ये भी आया कि करीब 25 दिन पहले इदरीश बना गिरीश नवाबगंज के गांव लाईखेड़ा की एक मुस्लिम युवती को भगा ले गया और कलियर शरीफ जाकर निकाह कर लिया।