फर्रुखाबाद: देश के महान सूफी संत हजरत निजामुद्दीन औलिया व उनके प्रिय शिष्य हजरत आमिर खुशरोह के नाम को याद करते हुये बसंत के जश्ने प्रोग्राम का आयोजन किया गया| जिसमे कलम पेश किया गया तो सुनने वाले एक तक होकर देखने लगे| वही सभी धर्म गुरुओ ने एकत्रित होकर गागर जुलुस भी निकाला|
शहर के मोहला दिलावरजंग से निकले जुलूस में सभी धर्मो के धर्म गुरु एक साथ सड़क पर दिखे| सभी ने कौमी एकता का जो नजारा पेश किया वह देखने लायक था| गागर जुलूस के बाद मुन्ना मेहरवान ताज ने आमिर खुशरोह का कलाम पेश किया| जिसको सुनकर सभी के अंदर बसंत को लेकर एक उत्साह सा पैदा हो गया|
कब्बाल ने आई बसंत बहार पिया रंग चूनर हमारी कलाम पेश किया तो लोगो ने जमकर ताली बजायी| इसके बाद अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ, पप्पन मिया, पादरी कृष्ण मसीह, सादिक वारसी, गुरुवचन सिंह, डॉ० राम कृष्ण राजपूत ने पतंग भी उड़ायी|