कानपुर: कानपुर की एक घटना ने सोचने को मजबूर कर दिया कि क्या जानवर भी अकलमंद हो सकते हैं। कानपुर सेंट्रल के रेलवे स्टेशन पर एक बंदर ने अपने साथी बंदर की जान बचाने के लिए वो कर दिखाया जिसने सबको हैरत में डाल दिया।
रेलवे स्टेशन पर एक बंदर हाई टेंशन तार से चिपक गया जिससे उसे जोर से झटका लगा और वो जमीन पर जा गिरा। बंदर के नीचे गिरते ही लोगों को लगा कि वो मर चुका है। लेकिन उसका एक साथी बंदर उसे ठीक करने में जुट गया।
वो बंदर को होश में लाने की कोशिश करने लगा। दूर खड़े लोग ये सबकुछ अपनी आंखों से देख रहे थे और अपने मोबाइल से वीडियो बना रहे थे। उसका साथी बंदर उसे उठाकर किनारे पर ले जाता है और लगातार उसे काटने लगता है ताकि वो होश में आ सके।
ये बंदर अपने साथी को बार बार पानी में गिराता है और उसे होश में लाने की कोशिश करता है। बंदर ने अपने साथी को कई बार काटा भी, कभी उसके मुंह पर, कभी उसके शरीर पर। इसे डॉक्टरी भाषा में शॉक ट्रीटमेंट कहते हैं। बंदर की ये कोशिश लगातार 1 घंटे तक चलती रही।
जब तक ये बंदर अपने बेहोश साथी को होश में लाने की कोशिश कर रहा था, कोई उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया। लोगों को यही लगा था कि करंट लगने से बंदर की मौत हो चुकी है। लेकिन फिर जैसे चमत्कार हुआ। करंट लगने से जो बंदर बेसुध हो गया था, उसे होश आ गया। उसकी धड़कनों ने रफ्तार पकड़ ली। देखने वालों ने दांतों तले उंगली दबा ली। जो काम डॉक्टर करते हैं, उसे एक बंदर ने कर दिखाया। बंदर ने ठीक वही इलाज किया जिसे डॉक्टर जरूरी मानते हैं। कुदरत के सिखाए बंदर के इस ज्ञान को देखकर हर कोई हैरत में पड़ गया।