फर्रुखाबाद: दीपावली के अवसर पर थोक व फुटकर आतिशबाजी की विक्री को लेकर गुरूवार को कलेक्ट्रेट में हुई बैठक हंगामेदार रही| इस दौरान मॉर्डन पब्लिक स्कूल, रेलवे रोड के ग्राउंड पर आतिशबाजी की विक्री को लेकर आतिशबाजों और एक स्थानीय निवासी के बीच नोक झोंक हो गई| दरअसल ग्राउंड के सामने रहने वाला एक परिवार चाहता था कि स्कूल ग्राउंड पर आतिशबाजी की दुकाने नहीं लगनी चाहिए| दुकाने लग जाने से परिवार के बच्चे पटाखे नहीं छुड़ा पाते हैं| परिवार के मुखिया ने जैसे ही यह दलील दी तो बैठक में मौजूद आतिशबाज तैश में आ गए और अफसरों के सामने ही उसे बुरा भला कहने लगे| यहाँ तक कि आतिशबाजों ने उसपर वसूली करने का भी आरोप जड़ दिया|
दीपावली के पर्व पर किसी भी तरह की अनहोनी को रोकने के लिए शासन ने आतिशबाजी बिक्री पर कई तरह की बंदिशें लगा दी हैं| इसके अतिरिक्त घातक पटाखों के बनाने और बेचने को प्रतिबंधित कर दिया है| इसी को लेकर गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में एडीएम मनोज सिंघल की अध्यक्षता में बैठक आहूत की गई| बैठक में आतिशबाजी विक्री और विक्री स्थलों को लेकर विचार विमर्श किया गया| साथ ही आतिशबाजी विक्रेताओं को लाइसेंस लेने से पूर्व शासन की और जारी हिदायतों से भी अवगत करवाया गया| इसी अवसर पर बैठक में मौजूद एक वयोवृद्ध व्यापारी नेता ने आतिशबाजों का प्रतिनिधित्व करते हुए मॉर्डन पब्लिक स्कूल, रेलवे रोड के ग्राउंड पर आतिशबाजी की दुकाने लगाने की मांग की| लेकिन बैठक में मौजूद एक व्यक्ति ने इसका विरोध किया और कहा की स्कूल ग्राउंड पर पिछले साल ही आतिशबाजी की विक्री पर रोक लगा दी गई थी| उसने कहा कि दुकाने लगने से उसके परिवार के बच्चे त्यौहार नहीं मना पाते हैं| उसके विरोध करते मौजूद आतिशबाज तैश में आकर कुर्सियों से खड़े हो गए और उससे नोक झोंक करने लगे| आतिशबाजों ने व्यक्ति पर अवैध से से वसूली अर्ने का आरोप भी मढ़ा| उनका कहना था की वह सभी से 500-500 रूपए वसूली करता है| रकम नहीं देने से विरोध कर रहा है| जिसपर अफसरों ने दोनों पक्षों को शांत करते हुए स्थान की जांच करवाने के निर्देश दिए| बैठक में एएसपी रामभवन चौरसिया, सभी डीएसपी, प्रभारी निरीक्षक, उप निरीक्षक मौजूद रहे|
चुहिया, सुतली और दैमार बम हुए प्रतिबंधित
दीपावली पर इस बार चुहिया, सुतली और दैमार बमों की आवाज शायद सुनाई नहीं पड़ेगी| शासन ने तेज आवाज के इन पटाखों के बनाने और विक्री को प्रतिबंधित कर दिया है| इसके साथ ही अनार, लाईट और हल्की आवाज के पटाखे ही बाजार में मिलेंगे| सभी तरह की आतिशबाजी की विक्री आबादी क्षेत्र से हटकर खुले मैदानों पर होगी| सड़क किनारे भी आतिशबाजी नहीं बेचीं जाएगी| शहर में इसके लिए लगभग 10 स्थानों का चयन किया गया है|