केजरीवाल ने आज भी लगाया ‘जनता दरबार’

Uncategorized

arvindनई दिल्ली। दिल्ली के भावी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि तमाम अड़चनों के बावजूद आम आदमी पार्टी जनता से किए वादों को पूरा करेगी। केजरीवाल ने कहा है कि सरकार गठन के 24 घंटे के अंदर दिल्ली के लोगों को 700 लीटर मुफ्त पानी मिलने लगेगा। उन्होंने सरकार बनने के 15 दिन के भीतर जनलोकपाल बिल पास कराने की बात दोहराई है। केजरीवाल 28 दिसंबर को दोपहर 12 बजे दिल्ली के रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उन्हें तीन जनवरी तक बहुमत साबित करना होगा।

उधर, शपथ ग्रहण से पहले ही केजरीवाल ने जनता दरबार लगाकर लोगों से मिलना शुरू कर दिया है। केजरीवाल ने आज भी जनता दरबार लगाया और लोगों की समस्याएं सुनीं। अरविंद केजरीवाल दिल्ली के भावी मुख्यमंत्री हैं। सो जनता के नेताजी ने कौशांबी में अपने घर के बाहर ही जनता से मुलाकात का सिलसिला शुरू कर ये जता दिया है कि उन्होंने अपना कामकाज शुरु कर दिया है। बुधवार को जनता से मुखातिब दिल्ली के भावी मुख्यमंत्री ने अपना पहला लोकप्रिय ऐलान किया। केजरीवाल ने कहा कि जिनके बिजली के कनेक्शन कटे हैं वो जोड़ लें। आंदोलन के दौरान जितने लोगों के खिलाफ मुकदमें लगाए गए हैं, वो वापस लिये जाएंगे।

जनता दरबार का ये सिलसिला आज लगातार दूसरे दिन भी जारी रहेगा। दरअसल, दिल्ली के भावी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आम लोगों से अपना जुड़ाव बनाए रखना चाहते हैं। यही वजह है कि इसके लिए उन्होंने एक योजना बनाई है। सीएम की कुर्सी पर काबिज होने के बाद केजरीवाल दिल्ली के लोगों की समस्याएं सुनने के लिए जनता दरबार लगाया करेंगे। इसमें कोई भी आकर अपनी शिकायत या सुझाव दर्ज करा सकेगा।

[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]

ज्यादातर मामलों को मौके पर ही निपटाने की कोशिश की जाएगी। इसके लिए तमाम विभागों के अधिकारियों को भी इस दरबार में हाजिर रहने के लिए कहा जाएगा। सूत्रों के मुताबिक सीएम बनने के बाद केजरीवाल कौशांबी से दिल्ली शिफ्ट होंगे। सरकारी बंगले में रहने से इनकार कर चुके केजरीवाल नई दिल्ली या सेंट्रल दिल्ली में कोई सरकारी फ्लैट ले सकते हैं। उसी फ्लैट के आसपास किसी पार्क में या फिर दिल्ली सचिवालय के आसपास किसी खुली जगह पर जनता दरबार लगाया जाएगा।

हालांकि अभी ये तय नहीं है कि जनता दरबार रोज लगाया जाएगा या फिर हफ्ते, पंद्रह दिन या महीने में एक बार। लेकिन जनता से सीधे संवाद कायम करने में केजरीवाल की ये योजना काफी कारगर साबित हो सकती है।

जनता से किए वादों को पूरा करने और विरोधियों की चुनौती का सामना करने में जुटे केजरीवाल के पास बुधवार को दिल्ली के मुख्य सचिव डीएम सपोलिया इस खबर के साथ पहुंचे कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उपराज्यपाल के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। गृह मंत्रालय ने उप राज्यपाल नजीब जंग को आम आदमी पार्टी की सरकार पर राष्ट्रपति की सहमति की सूचना दे दी है। लेकिन सवाल यही कि क्या आम आदमी पार्टी पर मंडरा रहा संकट खत्म हो गया है।

अचानक ये बात तेजी से उठी कि कांग्रेस के कई विधायक इस पक्ष में नहीं है कि आम आदमी पार्टी को समर्थन दिया जाए, कांग्रेस समर्थन वापसी पर विचार कर रही है। दो दिनों से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के विरोध ने इस आग को हवा दी। खुद पार्टी प्रवक्ता जनार्दन द्विवेदी मीडिया में ये बात मानते हुए दिखे कि कांग्रेस का बड़ा तबका आम आदमी पार्टी को समर्थन को सही नहीं मानता। लेकिन बुधवार सुबह तक ये साफ हो गया कि कोसने के बाव्रुाूद कांग्रेस आम आदमी पार्टी को बाहर से समर्थन जारी रखेगी।

ये बात दीगर है कि कांग्रेस का ये समर्थन कितने दिन जारी रहेगा ये कोई नहीं जानता। आम आदमी पार्टी का दावा है कि घोटालों की पुरानी फाइलें खुलेंगी, सबके सब नपेंगे। पार्टी पहले ही शीला दीक्षित पर लगे आरोपों की जांच करवाने और जेल भिजवाने तक की बातें कह चुकी है।

आम आदमी पार्टी दिल्ली के लिए जनलोकपाल बिल 15 दिन में पास कराने का दावा भी कर रही है। हांलाकि इसके लिए उसे केंद्र से भी मंजूरी चाहिए होगी। लेकिन अरविंद केजरीवाल का कहना है कि वो इसकी काट भी ढूंढ लेंगे। बहरहाल, इन विवादों से परे पार्टी अपनी सरकार बनाने की तैयारी में है। और सरकार के शपथ ग्रहण में अन्ना हजारे, किरण बेदी और संतोष हेगड़े को भी न्यौता भेजा गया है।

तमाम सवालों, मुश्किलों, सियासी दांव-पेचों के बाद अरविंद का घर और रामलीला मैदान में सरगर्मी जारी है। अरविंद से मिलने वालों का तांता लगा हुआ है तो रामलीला मैदान 28 दिसंबर को अरविंद के शपथ ग्रहण के लिए तैयार हो रहा है। दिल्ली इंतजार कर रही है, इंतजार इतिहास को बनते देखने का।