मुख्य सचिव ने किया स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण, डाक्टरों को ड्रेसें न पहने देख भड़के

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FARRUKHABAD : पीडब्लूडी विभाग के मुख्य सचिव संजीव कुमार ने राजेपुर स्वास्थ्यकेन्द्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डाक्टरों को बिना ड्रेस में देख मुख्य सचिव भड़क गये। उन्होंने निर्देश दिये कि कोई भी डाक्टरा बिना ड्रेस में काम नहीं करेगा।sachiv sanjeev kumar 1

इस दौरान उन्होंने अस्पताल में गंदगी व कूड़ा देखा तो उन्होंने अतिरिक्त सफाईकर्मी को लगाकर सफाई कराने के निर्देश दिये। अस्पताल में भर्ती प्रसूताओं से पूछताछ की तो प्रसूताओं ने कहा कि 24 घंटे में छुटी कर देते हैं। सचिव ने हिदायत दी कि प्रसूताओं की 48 घंटे से पहले छुट्टी न करें। प्रसूताओं ने बाहर से दवाई मंगाये जाने की शिकायत की तो सचिव ने केन्द्र प्रभारी से नाराजगी जतायी।

मुख्य सचिव ने स्वास्थ्यकेन्द्र परिसर में बन रहे रैन बसेरे का भी निरीक्षण किया। ठेकेदार मौके पर न होने से उन्होंने केन्द्र प्रभारी को निर्देश दिये कि मानक के अनुसार ही निर्माण कार्य कराये जाये इस पर विशेष ध्यान रखें।

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कृषि रक्षा इकाई के निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव ने जर्जर भवन को देखकर नाराजगी जतायी और उसकी मरम्मत के निर्देश दिये।

निरीक्षण के दौरान राजेपुर क्षेत्र के ग्राम बरुआ निवासी पूर्व प्रधान योगेन्द्र सिंह ने मुख्य सचिव से शिकायत की कि जुलाई माह में ग्रामीणों को मूंगफली का बीज कृषि रक्षा इकाई द्वारा दिया गया था। लेकिन उसमें मूंगफली नहीं लगी। वहां मौजूद केन्द्र प्रभारी नंदलाल ने कहा कि केन्द्र सरकार ने बीज दिया था, वह उन्होंने बांट दिया। जिलाधिकारी पवन कुमार ने कहा कि खराब मूंगफली के बीज की जांच करायी जा रही है। जिस कंपनी का बीज था उस पर कार्यवाही की जायेगी और किसानों को उनकी फसल के अनुसार मुआवजा दिलाया जायेगा।

वहीं पूरा माजरा जानने के बाद मुख्य सचिव ने किसानों की समस्या से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि यह उपभोक्ता फोरम का मामला है, इसमें हम कुछ नहीं कर सकते। इस दौरान डीएम के अलावा एसडीएम अमृतपुर, मुख्य चिकित्साधिकारी राकेश कुमार मौजूद रहे।

इसके बाद मुख्य सचिव जिलाधिकारी के साथ लोहिया ग्राम किराचन गये। जहां पर मुख्य मार्ग से सम्पर्क मार्ग न बने होने व नालियां न बने होने पर नाराजगी जतायी। वहीं राजेपुर से अमृतपुर जाते समय मुख्य मार्ग खराब होने पर जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि पीडब्लूडी अधिशासी अभियंता पर कार्यवाही की जाये।

अमृतपुर तहसील में रिकार्डरूम का निरीक्षण किया व एसडीएम कार्यालय में बैठ कर समीक्षा की। तहसीलदार को तहसील दिवस में आने वाले प्रार्थनापत्रों को अति शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिये।