FARRUKHABAD : एनआरएचएम घोटाले में हुए करोड़ों रुपये के बंदरबांट का असर अभी भी दिखायी दे रहा है। जिसके चलते लोहिया अस्पताल का जनरेटर बीते तीन दिनों से बंद है। मरीज अल्ट्रासाउण्ड व एक्सरे के लिए दर दर भटक रहे हैं।
करोड़ों रुपये की लागत से तैयार लोहिया अस्पताल में सुविधाओं को लेकर कितनी प्राथमिकता है यह किसी से छिपी नहीं है। आये दिन मरीजों द्वारा हंगामा होना आम बात है। जनरेटर को लेकर कई बार अनशन भी हो चुका है। लेकिन कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है। बीते तीन दिनों से लोहिया अस्पताल के जनरेटर को नहीं चलाया गया। जिससे अस्पताल में आने वाले मरीज अल्ट्रासाउण्ड व एक्सरे के लिए दर दर भटक रहे हैं या प्राइवेट संस्थाओं में जाकर औने पौने दामों में एक्सरे कराने को मजबूर हैं। कहीं न कहीं लोहिया अस्पताल प्रशासन की भी इसमें खामी है। मोटी कमीशन ही इसकी मुख्य बजह मानी जा रही है।
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लोहिया अस्पताल में जनरेटर बंद होने से एक्सरे व अल्ट्रासाउण्ड की दुकानों पर भीड़ बडी है। लोहिया अस्पताल के सीएमएस डा0 ए के मिश्रा ने बताया कि जनरेटर के लिए बजट न होने की बजह से बीते तीन दिनों से नहीं चलाया जा सका। जब तक बजट नहीं मिलता जनरेटर चलाने के लिए विभाग बाध्य नहीं है।