FARRUKHABAD : जनपद में प्रशासन को जब बाढ़ पीडि़तों की कोई चिंता नहीं हुई तो ग्रामीण जिलाधिकारी के पास मदद की गुहार लगाने पहुंच ही गये। राजेपुर क्षेत्र के ग्राम भटौली अलादपुर के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को आगाह बताया कि यदि रामगंगा की वर्तमान धार कटान करके पुरानी धार में गिर गयी तो क्षेत्र के दर्जनों गांवों में तबाही का मंजर आ जायेगा। जिससे रामगंगा के कटान को हर हाल में रोकना होगा।
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गंगा व रामगंगा के बीच में बसे ग्रामीणों का जीवन इस समय संशय की सुई पर टिका है। प्रति दिन एक नया जीवन जी रहे ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से कहा कि भटौली अलादपुर के ग्रामीणों की हजारों बीघा जमीन रामगंगा के कटान में समा चुकी है। रामगंगा कटान करते हुए अब उनकी दीवारों तक आ गयी है। यदि कटान को शीघ्र ही रोकने का प्रयास न किया गया तो पूरा गांव तबाह हो जायेगा।
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ग्रामीणों ने कहा कि गांव के कटान के बाद रामगंगा की वर्तमान धारा पुरानी धार में शामिल हो जायेगी। जिससे कड़क्का बांध भी टूटने का खतरा मड़रा रहा है तथा क्षेत्र के ग्राम विरसिंहपुर, वीरपुर, झम्मू की मढैंया, इमादपुर पमारान आदि गांव भी रामगंगा की धार में समा जायेंगे। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से कहा कि सम्भावित तबाही को देखते हुए रामगंगा कटान को रोकने का प्रयास किया जाये।
इस दौरान अनंगपाल सिंह, शिवरतन सिंह, दिनेश कुमार, श्यामपाल, वीरपाल, मनोज, पंजाबी, नन्हें, नेकसे, बृजेश, सर्वेश, सीताराम, झकझोर आदि ग्रामीण शामिल रहे।