लखनऊ : गौतमबुद्धनगर में जिस दीवार गिराने के विवाद को लेकर आइएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को सरकार ने निलंबित कर दिया, उस प्रकरण की एलआइयू रिपोर्ट सवालों के घेरे में है। रिपोर्ट में तथ्यों का घालमेल उजागर है, लेकिन इस पर कार्रवाई क्या होगी, अफसर बोलने को तैयार नहीं हैं। मंगलवार को एनेक्सी के मीडिया सेंटर में आये पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था राजकुमार विश्वकर्मा से जब संशय पैदा करने वाली इस रिपोर्ट और रिपोर्ट देने वाले के खिलाफ कार्रवाई के संदर्भ में पूछा गया तो उन्होंने इससे अनभिज्ञता जताई। विश्वकर्मा ने कहा कि इंटेलीजेंस की रिपोर्ट पब्लिक के लिए नहीं होती है। यह बताने पर कि 27 जुलाई को अभिसूचना मुख्यालय उत्तर प्रदेश के प्रभारी नियंत्रण कक्ष द्वारा सायं पांच बजकर दस मिनट पर यह रिपोर्ट डीजीपी कंट्रोल रूम को भी भेजी गयी तो उन्होंने कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। ध्यान रहे कि इस रिपोर्ट में कहीं भी दुर्गा शक्ति नागपाल की किसी भूमिका का उल्लेख नहीं है।[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]