लखनऊ: परिषदीय विद्यालयों के गिरते हुए शैक्षणिक स्तर को सख्ती से सुधारने के लिए सचिव बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश इलाहाबाद संजय सिन्हा ने वर्ष 2013-14 नया शैक्षिक कैलेण्डर शुक्रवार को जारी किया है। शैक्षिक कैलेण्डर में मासिक मौखिक टेस्ट व प्रोजक्ट के अतिरिक्त वार्षिक व अर्ध-वार्षिक परीक्षाओं का समय निर्धारित कर दिया गया है।
- जुलाई में होगा मासिक टेस्ट, मौखिक व प्रोजेक्ट
- सितम्बर में सत्र परीक्षाएं व
- दिसम्बर में अर्धवार्षिक परीक्षाएं फरवरी में सत्र परीक्षा,
- अप्रैल में पुनरावृत्ति,
- मई में वार्षिक परीक्षा एवं ग्रीष्मावकाश
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी बीएसए और एडी बेसिक की शीघ्र कार्यशाला होने जा रही है। उसमें शैक्षिण कैलेण्डर के अनुसार शिक्षण पर जोर दिया जाएगा। इसके लिए परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण भी होगा। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने बताया कि जुलाई माह में पहली कक्षा से लेकर पांचवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं का मासिक टेस्ट/मौखिक/टेस्ट, सितम्बर में सत्र परीक्षा, दिसम्बर में अर्धवार्षिक परीक्षा, फरवरी-2014 में सत्र परीक्षा, अप्रैल में पुनरावृत्ति, मई में वार्षिक परीक्षा एवं ग्रीष्मावकाश होगा।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों को इस बार किस माह में बच्चों को क्या पढ़ाना है उसका पूरा मासिक विभाजन (अलग-अलग पाठ) भेजा जा रहा है। बीच-बीच में शिक्षा विभाग के अफसरों की टीम परिषदीय विद्यालयों में जाकर जांच करेगी कि मासिक विभाजन के अनुसार शिक्षण हो रहा है या नहीं। उन्होंने बताया कि बच्चों को स्थानीय लोकनृत्य, योगासन,अलग-अलग खेलकूद सहित का प्रशिक्षण व उनसे होने वाले फायदों की जानकारियां दी जाएगी।
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने जोर देते हुए कहा कि अगर मासिक विभाजन के अनुसार किसी विद्यालय में शिक्षण होते हुए नहीं पाया गया तो संबंधित शिक्षक, प्रधानाचार्य और खण्ड शिक्षाधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यालय की बीएसए से प्रत्येक माह के शिक्षण की रिपोर्ट भी ली जाएगी।