फर्रुखाबाद: केंद्रीय विद्यालयों के छात्र अब नई यूनीफार्म में नजर आएंगे। 50 साल पुरानी नीली-सफेद ड्रेस को बाय-बाय कर दिया गया है। छात्र अब चेकदार शर्ट और स्लेटी पैंट पहनेंगे। पांच दशक बाद केंद्रीय विद्यालय संगठन ने ड्रेस कोड बदलने का निर्णय लिया है। देशभर के सभी केंद्रीय विद्यालयों में एक जुलाई से नया ड्रेस कोड लागू होगा। इससे करीब 11 लाख छात्र प्रभावित होंगे।
केंद्रीय विद्यालय में बच्चों को सस्ती दर पर बेहतर शिक्षा मुहैया कराई जाती है। लगभग पाच दशक से इन स्कूलों के ड्रेस कोड में कोई बदलाव नहीं किया गया। सीएसओ के आदेश पर वर्ष 2012 में नई दिल्ली स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी में नया ड्रेस कोड डिजाइन कराया गया है। छात्र व छात्राओं के लिए अलग अलग ड्रेस निर्धारित की गई हैं। ड्रेस कोड में चार रंगों के शर्ट की अनुशसा की गई है।
[bannergarden id=”11″]
नए ड्रेस कोड में मोनोग्राम युक्त टाई नेवी ब्लू रंग की होगी। हर छात्र को पहनना अनिवार्य है। सिख छात्र लाल रंग की पगड़ी पहनेंगे। लड़कियों को लाल रंग के रिबन व हेयर बैंड लगाने की हिदायत दी गई है। बेल्ट पर ब्लू व ग्रे फैब्रिक से बना मोनोग्राम होगा।
हाउस के अनुसार होगा ड्रेस कोड
केंद्रीय विद्यालयों में हाउस सिस्टम भी गठित किया गया है। विभिन्न हाउसों का ड्रेस कोड अलग अलग होगा। स्कूल प्रबंधन की सिफारिश पर ही हाउसों को ड्रेस के कलर आवंटित किए जाएंगे।
[bannergarden id=”8″]
‘नए ड्रेस कोड का शासनादेश जारी हो चुका है। एक जुलाई से इसे लागू का किया जा रहा है। लेकिन इंटर के उन छात्र-छात्राओं को छूट दी गई है, जिनकी पढ़ाई अप्रैल 2014 तक पूरी हो जाएगी।