नई दिल्ली: दुनिया का सबसे सस्ता टैबलेट ‘आकाश’ देने का केंद्र सरकार का वादा अब शायद ही पूरा हो पाए. योजना ने धरातल पर आने से पहले ही दम तोड़ दिया है । मानव संसाधन मंत्रालय अब आकाश योजना को ही बंद करने पर विचार कर रहा है। इस बीच डाटाविंड कंपनी ने कहा है कि 17, 100 आकाश टैबलेट आईआईटी बंबई को भेजे जा चुके हैं. 29,400 आकाश टैबलेट तैयार हैं और कुछ ही दिनों में उन्हें आईआईटी-बंबई भेज दिया जाएगा.
विदित है कि कुछ महीने पहले ही मानव संसाधन मंत्री ने आकाश-2 टैबलेट का राष्ट्रपति के हाथों लोकार्पण कराया था तब ये कहा था कि वे जल्द ही 50 लाख आकाश टैबलेट खरीदने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे। परंतु अब केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री पल्लम राजू का कहना है कि बाजार में तमाम सस्ते टैबलेट मौजूद हैं और छात्र उनमें से कोई भी चुन सकते हैं। पल्लम राजू ने ये भी स्वीकार किया की आकाश टेबलेट के निर्माण के लिए देश में पर्याप्त ढांचा मौजूद नहीं है।
अब छात्रों को टैबलेट सस्ते दामों पर टैबलेट उपलब्ध कराएं जाने की सरकार की योजना का भविष्य तय करने के लिए एक कमेटी गठित की गई है, जिसकी रिपोर्ट मिलने के बाद ही इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।