FARRUKHABAD : राजपूत रेजीमेंट सेन्टर के ब्रिगेडियर पी के सिंह ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि राजपूत रेजीमेंट का जवान अपने आप में एक अलग पहचान रखता है। जवान को चाहिए कि वह अपनी काबिलियत पर शक न करे। उन्होंने कहा कि आदमी की पहचान उसकी मेहनत और लगन से होती है।
ब्रिगेडियर पी के सिंह ने प्रातः तकरीबन साढ़े 9 बजे डिप्टी कमांडेंट राजेश पाडिकर व अन्य सैन्य अधिकारियों के साथ करियप्पा काम्पलेक्स में स्थित अमर जवान ज्योति पर पुष्पचक्र अर्पित कर सलामी दी। इसके बाद ब्रिगेडियर आर आर सी के जवानों को संबोधित करने के लिए सैनिक सम्मेलन में पहुंचे। जहां उन्होंने रेजीमेंट छोड़ने से पूर्व रैली में पहुंचे सैनिकों में जोश भरे भाषण से नई ऊर्जा का संचार किया। श्री सिंह ने कहा कि राजपूत रेजीमेंट की गिनती इण्डियन आर्मी में सबसे उच्च रेजीमेंटों में की जाती है। उन्होंने कहा कि अगर सहयोग सही हो तो कोई भी कामयाबी हासिल हो सकती है। रेजीमेंट से जाने के पहले उन्होंने पूरी रेजीमेंट के अधिकारियों व जवानों का सुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उनका कार्यकाल बहुत ही अच्छा रहा। रेजीमेंट में डिप्टी से लेकर नीचे तक सब लोग बहुत ही ज्यादा ओजस्वी और मेहनती हैं।जिससे रेजीमेंट अपना नाम दिनों दिन रोशन कर रही है। उन्होंने जानकारी दी कि राजपूत रेजीमेंट फतेहगढ़ ने ऐसा साफ्टवेयर विकसित किया है जिसमें ट्रेनिंग के दौरान जवानों की पूरी कार्यप्रणाली का डाटा मौजूद रहेगा।
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जन्म तिथि से लेकर फोटो तक, रेजीमेंट के पते से लेकर गांव के पते तक। ट्रेनिंग के दौरान जवान में क्या-क्या कमियां आ रहीं हैं उनको भी दर्शाया जाता है। जिससे अधिकारी अपनी टेबिल पर ही बैठकर ट्रेनिंग कर रहे जवानों के बारे में पूरी जानकारी ले सकता है और उसमें सुधार कर सकता है। सैनिक सम्मेलन के खत्म होने के बाद श्री सिंह किला घाट पहुंचे। जहां से उनका विदायी समारोह शुरू किया गया। ब्रिगेडियर पी के सिंह को पूरे जोश और जुनून के साथ आर्मी के अधिकारियों ने भावात्मक रूप से विदायी दी। अधिकारियों ने जीप में रस्सी बांधकर खुद गाड़ी को खींचकर किले से बाहर तक लाये। जिसके बाद श्री सिंह अपनी गाड़ी में बैठकर रवाना हो गये।
नये ब्रिगेडियर सजीव जेटली अगले माह चार्ज लेंगे। इस दौरान डिप्टी कमांडेंट राजेश पाडिकर, लेफ्टिनेंट कर्नल मृदुल मित्तल, कैप्टन राधेश्याम, मेजर जितेन्द्र नरूका, सूबेदार नरेन्द्र सिंह आदि लोग मौजूद रहे।