आवक कम होने से आलू भाव उछाल पर, 531 तक बिका छट्टा आलू

Uncategorized

फर्रुखाबाद : बीते एक पखवाड़े से पड़ रही कड़ाके की सर्दी में लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। किसानों ने भी खेतों में खड़ी आलू की फसल को ठंड की बजह से खोदना कम कर दिया है। जिससे सातनपुर मण्डी में आलू की आवक कम हो गयी। आवक कम होने से आलू भाव में लगातार उछाल आता दिखायी दे रहा था। बीते दिनों से मण्डी में आलू भाव में लगभग 50 रुपये की वृद्वि देखने को मिल रही है। जिससे आलू व्यापारियों का भी मानना है कि यदि आलू खेतों में पक जाता है तो फिर उसका भाव इससे कम नहीं होगा। जिससे अब आलू के भाव भले ही स्थिर रहें लेकिन सस्ते दामों में किसानों को नहीं बेचना पड़ेगा।

कड़ाके की सर्दी में सातनपुर मण्डी में आने वाले आलू के ट्रैक्टरों की आमद इस समय लगभग आधी से भी कम हो गयी है। जिन आढ़तों पर 50 ट्रालियां तक आलू की आमद होती थी उन पर इस समय 15 से 20 ट्रालियां ही आलू आ रहा है। जिससे व्यापारी भी मन मुताबिक लदान नहीं कर पा रहे हैं। बीते शनिवार को सातनपुर मण्डी में आलू का भाव 451 खुला तो वहीं सोमवार को सातनपुर मण्डी में सामान्य आलू का भाव 21 रुपये उछाल के साथ 471 रुपये प्रति कुन्तल खोला गया। वहीं छट्टा आलू शनिवार को 501 रुपये बिका तो सोमवार को 30 रुपये की बढ़ोत्तरी के साथ 531 रुपये तक में व्यापारियों ने खरीदा। इसी के साथ ही 30 रुपये की बढ़ोत्तरी लाल गुलाल आलू में भी देखने को मिली। कुछ व्यापारियों का मानना है कि आलू के भाव में 50 रुपये की बढ़ोत्तरी तो आवक कम ज्यादा होने से हो ही जाती है। यदि आलू भाव ठंड कम होने के बाद भी इसी तरह बढ़ते रहे तो एक बार आम आदमी की पहुंच से फिर बाहर हो जायेगा। जिससे गरीब जनता पर काफी असर पड़ेगा। अभी आलू भाव सामान्य होने से गरीबों को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है।

वहीं माना जा रहा है कि मौसम साफ होते ही किसानों को गेहूं बुबाई की जल्दी होगी जिससे वह अपने आलू को खोदकर तत्काल बेचना चाहेंगे और मण्डी के दामों में एक बार फिर मंदी की स्थिति पैदा हो सकती है।