फर्रुखाबाद : राम नगरिया प्रदर्शनी के लगने में अब कुछ ही दिन शेष रह गये हैं लेकिन प्रशासन की तरफ से अभी तक उसके लिए कोई कार्यवाही प्रारंभ नहीं की गयी है। बीते 1986 से 2003 तक की आडिट रिपोर्ट जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी द्वारा मांग देने पर जिला पंचायत अधिकारियों से लेकर मेला रामनगरिया व्यवस्थापक व चार्टर्ड एकाउंटेंट अग्रवाल मनोज एसोसिएट की गले की फांस बनी हुई है। जांच अधिकारी एसडीएम भगवानदीन वर्मा द्वारा मनोज एसोसिएट के खिलाफ एनसीआर दर्ज कराने के बाद मामला और भी ज्यादा गंभीर हो गया। चार्टर्ड एकाउंटेंट को तलब करने के बाद जिलाधिकारी ने जिला पंचायत व मेला व्यवस्थापक के खिलाफ जांच के आदेश दिये हैं।
विदित हो कि मेला रामनगरिया प्रदर्शनी में प्रति वर्ष भारी घपले की आशंका भांप जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी ने आडिट रिपोर्ट न आने तक रामनगरिया मेला व्यवस्था को लेकर होने वाली बैठक स्थगित कर दी थी। जिसके बाद रामनगरिया प्रदर्शनी की आडिट रिपोर्ट अग्रवाल मनोज एसोसिएट अलीगढ़ से तलब की गयी। साक्ष्यों के अभाव में एसोसिएशन ने जब आडिट रिपोर्ट नहीं दे पायी तो एसडीएम भगवानदीन वर्मा ने घटियाघाट चौकी में एनसीआर दर्ज करवा दी। जिसके बाद पुलिस द्वारा फोन करने पर अग्रवाल एसोसिएशन की तरफ से चार लोग आकर जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी से मिले। उन्होंने डीएम को बताया कि आज तक उन्हें मेला सम्बंधी न तो रसीदबुक उपलब्ध करायी गयी है और न ही अन्य साक्ष्य। जिसके कारण उन्होंने आडिट रिपोर्ट नहीं दे पायी। यदि उन्हें मेला व्यवस्थापक द्वारा रसीदबुक व कैशबुक इत्यादि उपलब्ध करा दी जाये तो वह आडिट रिपोर्ट दे देंगे। जिस पर जिलाधिकारी ने एसडीएम से कहा कि उन्हें जिला पंचायत व मेला व्यवस्थापक के खिलाफ एफआईआर करानी चाहिए थी। उन्होंने रसीदबुक व कैशबुक क्यों उपलब्ध नहीं करायी। इसके बाद अब जिला पंचायत व मेला व्यवस्थापक के खिलाफ जांच शुरू कर दी गयी है। अभी तक आडिट रिपोर्ट पूरी होती नजर नहीं आ रही है।