12.12.12. के गवाह बने लोहिया में जन्मे 12 बच्चे

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फर्रुखाबाद: जिस तारीख का इंतजार बड़े-बड़े गणितज्ञ कई महीनों से कर रहे थे। हर व्यक्ति अपने अपने गणित से तारीख में किसी न किसी काम का शुभारंभ करने को उतारू दिख रहा था। शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी 12.12.12 का इंतजार बेसब्री से किया जा रहा था। वहीं कुछ लोग अपने घर में पैदा होने वाले नवजात शिशुओं को इसी तारीख में पैदा होने की प्रार्थना भगवान से कर रहे थे। किसी की प्रार्थना सुनी गयी तो किसी को इस तारीख पर पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।

कई योगों के साथ सौ साल बाद आ रहे इस दुर्लभ अवसर को भारत ही नहीं पश्चिमी देशों में भी विशिष्ट आंका जा रहा है। यही वजह है कि दुनियाभर में असख्यं लोगों ने इस दिन अपने शुभ कार्यों को करने की योजना बनाई है। इसमें विवाह समारोह के अलावा नई वस्तुओं को घर में या अपने जीवन में लाना शामिल है। ऐसा ही ऐतिहासिक पल दिसंबर में आ रहा है। ऐसा संयोग बना है कि दिसंबर महीने में दिन, महीने, वर्ष तीनों में 12 का अंक शामिल हो रहा है। दिन भी शुभ है। यह दिन है बुधवार का। इस दिन 12/12/12 एक साथ ही तीन एक और तीन दो की संख्या है।

लोहिया अस्पताल में प्रसव के लिए आयी महिलाओ में 12/12/12 के अवसर पर १२ महिलाओ में ज्यादातर को पुत्र रत्न की ही प्राप्ति हुई। वहीं कई एक घर में लक्ष्मी आने से भी फूली नहीं समायीं। अस्पताल में भर्ती नया नगला महरूपुर निवासी नेतराम की पत्नी आरती, नबावगंज के गुसरापुर निवासी संध्या पत्नी सुरजीत, मोहम्मदाबाद की जिंदापुर निवासी महावीर की पत्नी मीरा, अमृतपुर के लभेड़ा निवासी दिलीप की पत्नी संजू, जहानगंज के पट्टिया तिहाई निवासी शेरपाल की पत्नी नन्हींदेवी, छिबरामऊ के अतराजपुर निवासी मनोज की पत्नी नीतू सहित भट्ठा लेवर मुकेश की पत्नी कांती ने इस शुभ मुहुर्त में पुत्र रत्न को जन्म दिया। वहीं फतेहगढ़ के बंधुआ नगला निवासी भैयालाल की पत्नी रूबी व फर्रुखाबाद के नोनमगंज निवासी देशराज की पत्नी शकुंतला ने कन्या रत्न का सुख प्राप्त किया। इस मौके पर कन्या के घर में आने से उत्साहित नगला बंधौआ निवासी भैया लाल ने बताया कि उसके पहले ही एक पुत्र व एक पुत्री है। इस शुभ मुहूर्त में पैदा हुई पुत्री को लेकर वह खासा उत्साहित है। भैयालाल का कहना है कि इसको पढ़ा लिखाकर डाक्टर ही बनायेंगे। वहीं बी ए की पढ़ाई कर रहे दिलीप के घर में भी १२.१२.१२ खुशियां लेकर आयी। पहली बार पिता बने दिलीप के घर में पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। दिलीप अपने पुत्र को अध्यापक बनाने की तमन्ना रखते हैं। वहीं नोनमगंज निवासी देशराज की पत्नी ने कन्या रत्न को जन्म दिया। जिससे देशराज के खुशी का ठिकाना नहीं है। पहले से ही दो पुत्रों के पिता देशराज १२.१२.१२ में एक पुत्री को पाकर फूले नहीं समां रहे हैं।

 

मौके पर मौजूद महिला चिकित्सकों ने बताया कि इस शुभ मुहूर्त में जन्मे सभी बच्चे स्वस्थ हैं। अस्पताल प्रशासन ने भी सभी बच्चों के उज्जवल भविश्य की कामना की।