फर्रुखाबाद: युवती भगाने रंजिश में खाखिन में छह माह पूर्व दलितों के घरों में जमकर तोड़फोड़ का तांडव किया गया था। मामले में पुलिस ने युवती के परिजनों समेत 50 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर दिया है। पुलिस छह माह बाद भी युवती को बरामद नहीं कर सकी है। ग्रामीणों ने पुलिस पर निर्दोष लोगों को फंसाने का आरोप लगाया।
खाखिन निवासी आरेंद्र सिंह यादव की पुत्री को कटैला निवासी दलित द्वारपाल 30 मई को बहला फुसलाकर ले गया था। इससे गुस्साए परिजनों ने समर्थकों के साथ दलितों के घरों पर धावा बोलकर दो जून की रात तोड़फोड़ की थी। द्वारपाल के चाचा ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। युवती की मां रजनी ने पुत्री को बहला फुसलाकर ले जाने के मामले में द्वारपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। छह माह बाद भी पुलिस युवती को बरामद नहीं कर सकी। जानकारी मिलने पर व्यवसायिक शिक्षा एवं होमगार्ड राज्यमंत्री नरेन्द्र सिंह यादव ने मौके पर जाकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि निर्दोष व्यक्ति को न फंसाया जाये तथा युवती को शीघ्र बरामद किया जाये।
पुलिस ने युवती के परिजनों सहित बुद्धी, केशव, भूरे, लालाराम, रामसनेही, मिंटू, रामाधार, विजय, हुकुम, रमाकांत, जयवीर, रामतीर्थ, सर्वेश, नागेन्द्र, विजय, लालू, धनपाल, पृथ्वीराज, जुगल किशोर, नेकराम, टिंकू पंडित, दुर्विजय निवासीगण खाखिन, जोगराज, होरीलाल, राजवीर, कल्लू, सिपाहीराम, प्रेमपाल, मुकेश, देवेन्द्र, कल्लू, अशोक, भूरे, राजपाल, संजू, पप्पू, सुखवीर, मुनेन्द्र, भूरे, रामवीर, जयप्रकाश, कन्हैयालाल, राजेश, संजीव निवासीगण गैलहार, आरेन्द्र, देवेन्द्र, अजयवीर, मुनेन्द्र, अभिनंदन के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। उपनिरीक्षक रामआसरे सिंह ने बताया कि मामले की तफ्तीश क्षेत्राधिकारी कर रहे हैं। चिन्हित लोगों पर चार्जशीट दी गई है।
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