फर्रुखाबाद: धमाका था या भूचाल, अचानक आये कंपन से जहां एक तरफ धमाके की आवाज कई किलोमीटर दूर के ग्रामीणों ने भी साफ सुनी। ग्रामीणों ने बताया कि घटना स्थल से कई किलोमीटर दूर आवाज इतनी तेज सुनाई दी कि मानो कुछ कदमों की दूरी पर ही धमाका हुआ है। स्थानीय ग्रामीण घटना को छोटा न बताकर सीधा बम फटने की बात की पुष्टि कर रहे हैं, और करें भी क्यों न घटना स्थल के आस पास की कई दुकानें ऐसी क्षतिग्रस्त हुईं हैं कि जिससे हर कोई इसे बहुत बड़े स्तर का धमाका ही कहेगा।
प्रातः गढ़िया ढिलावल में बाइक सवार मनोज जाटव की बोरी से हुए तेज धमाके में जहां उसके साथी अर्जुन पाल की मौत हो गयी। प्रातः पांच बजे हुए धमाके से घटना स्थल से एक किलोमीटर दूर नगला खैरबंद में भी धमाके को बिलकुल साफ सुना गया। यह कहना है नगला खैरबंद निवासी किशोरीलाल का। किशोरीलाल ने बताया कि वह प्रातः खेतों की तरफ काम कर रहे थे तो उन्हें बम जैसी आवाज सुनाई पड़ी। अचानक आई इतनी तेज आवाज से वह चौंक गये। तत्काल घटना स्थल पहुंचे। किशोरीलाल ने बताया कि इससे पहले उन्होंने इतना तेज धमाका कभी नहीं सुना। यह शतिप्रतिशत किसी दमदार बम की आवाज थी।
वहीं गढ़िया निवासी विनोद कुमार ने बताया कि वह घर पर सो रहा था। तभी धमाके की आवाज से ऐसा लगा कि पूरा घर ही टूट कर गिर जायेगा। अचानक वह चारपाई से उठ खड़ा हुआ। वहीं ढिलावल के कुलदीप ने भी बताया कि इससे पहले कभी इतना तेज धमाका हमने नहीं सुना। जिस व्यक्ति के पास बोरी में धमाका हुआ उस व्यक्ति के तो पैर तक उड़ गये।
घटना स्थल के सड़क के दूसरी तरफ विनोद कुमार राजपूत का पीसीओ बंद था। जिन्होंने बताया कि सामने शटर लगा होने के बावजूद भी पीसीओ के काउंटर का शीशा टूट गया और पड़ोस के परचून दुकानदार हरिओम के तो शटर की मोटी चादर तक में छेद हो गया। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि बम की तीव्रता कितनी रही होगी। फिलहाल बम के धमाके को लेकर स्थानीय नागरिकों में भय सा व्याप्त है। पुलिस मामले को छानवीन कर रही है। लेकिन इस धमाके को पुलिस देशी बम धमाका नहीं मानकर ज्यादा मात्रा में पटाखे होना मान रही है।