फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) भाजपा के मंडल अध्यक्षों का नामाकंन पूर्ण होनें के बाद उनके नामों की घोषण होनी थी| लेकिन निर्धारित तिथि तक नामांकनों पर पार्टी प्रदेश नेतृत्व ने विचार ना हो पाने और जिले के एक जनप्रतिनिधियों नें अपना पेंच भी फंसा है|
बीजेपी के जनपद में कुल 18 मंडल है| जिसमे पार्टी के मंडल अध्यक्ष पद के लिए दावेदारों के नामांकन कराये गये थे| प्रतिएक मंडल से तीन दावेदारों के नाम जाँच पड़ताल के बाद प्रदेश नेतृत्व को भेजे गये| पार्टी नें इस बार जो मानक मंडल अध्यक्ष पद के लिए तय किये हैं उनके हिसाब से कई महत्वपूर्ण चेहरे पार्टी मंडल अध्यक्ष की दौड़ से बाहर नजर आ रहे हैं| मंडल अध्यक्ष का चुनाव करानें वालों जिम्मेदारों की मानें तो पार्टी के मानक के हिसाब से जनपद के जनप्रतिनिधियों के अपने लोग भी जिन्हें वह मंडल अध्यक्षबनाना चाहते हैं किनारे लग रहे हैं|पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एक जनप्रतिनिधि ने तो लिखित में आपत्ति अपने चहेते को मंडल अध्यक्ष बनानें के लिए लगायी है| इसके साथ ही कुछ माननीय अपने-अपने तरीके से दबाब बनाने में लगे है| लेकिन इस बार पार्टी काम करनें वाले और ऊर्जावान पदाधिकारियों को आगे बढ़ाना चाह रही है| जिसके चलते मंडल अध्यक्षों की कई बिन्दुओं पर नामाकंन पत्रों की जांच होगी|
फर्रुखाबाद से गया पैनल लखनऊ में लटका
जनपद से प्रतिएक मंडल से भेजा गया मंडल अध्यक्ष के दावेदारों का पैनल लखनऊ प्रदेश नेतृत्व के सामने पेश नही हो सका| जिससे अब पैनल के नामों पर विचार के लिए आगामी 24 दिसंबर की तिथि तय की गयी है| यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो 24 या 25 दिसंबर को मंडल अध्यक्षों के नामों की घोषणा हो सकती है|
जिला चुनाव अधिकारी सुमन चतुर्वेदी नें बताया की प्रदेश नेतृत्व नें नामंकन पत्रों पर विचार के लिए 24 दिसंबर को बुलाया है| इसके बाद ही प्रदेश नेतृत्व मंडल अध्यक्षों के नामों की घोषणा करेगा|