जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ आपका स्वागत है जेएनआई की विशेष प्रस्तुति में। यह कॉलम नियमित रूप से उन पाठकों के व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी देगा जिनका उस दिनांक को जन्मदिन होगा। पेश है दिनांक 10 अक्टूबर को जन्मे व्यक्तियों के बारे में जानकारी :
दिनांक 10 अक्टूबर को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 1 होगा। आपका मूलांक एक होगा। आप राजसी प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। आपको अपने ऊपर किसी का शासन पसंद नहीं है। आप साहसी और जिज्ञासु हैं। आपका मूलांक सूर्य ग्रह के द्वारा संचालित होता है। आप अत्यंत महत्वाकांक्षी हैं। आपकी मानसिक शक्ति प्रबल है। आपको समझ पाना बेहद मुश्किल है। आप आशावादी होने के कारण हर स्थिति का सामना करने में सक्षम होते हैं। आप सौन्दर्यप्रेमी हैं। आपमें सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला आपका आत्मविश्वास है। इसकी वजह से आप सहज ही महफिलों में छा जाते हैं।
शुभ दिनांक : 1, 10, 19, 28
शुभ अंक :1, 10, 19, 28, 37, 46, 55, 64, 73, 82
शुभ वर्ष : 2017, 2026, 2044, 2053, 2062
ईष्टदेव : सूर्य उपासना तथा मां गायत्री
शुभ रंग : लाल, केसरिया, क्रीम,
कैसा रहेगा यह वर्ष
1, 10, 19, 28 तारीख को जन्मे व्यक्तियों के लिए यह वर्ष उत्तम कहा जा सकता है। आप जो भी कार्य करेंगे उसमें आशातीत सफलता मिलेगी। शासकीय कार्य बनेंगे। प्रशासनिक सेवाओं में सफलता मिलेगी। सर्विस वाले सफल होंगे। व्यापार-व्यवसाय में प्रगति के आसार है। मानसिक बैचेनी दूर होगी। राजनैतिक व्यक्ति सफलता पाएंगे। अविवाहितों के लिए समय अनुकूल रहेगा। सूर्य जब मेष, मिथुन, सिंह, कन्या, धनु व मीन में आएगा तब-तब सफलता में वृद्धि के अवसर अधिक है।
मूलांक 1 के प्रभाव वाले विशेष व्यक्ति
* सिकंदर
* छत्रपति शिवाजी
* इंदिरा गांधी
* मिर्जा गालिब
* जैकी श्राफ
* वीर सावरकर
दैनिक राशिफल
वृष
मिथुन
कर्क
सिंह
कन्या
तुला
वृश्चिक
धनु
मकर
कुंभ
मीन
आज आपका दिन मंगलमयी रहे यही शुभकामना है। वेबदुनिया प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए आज के दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप आज वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या आज कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो आज के शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें।ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्त का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर वेबदुनिया आपके लिए प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है।
शुभ विक्रम संवत- 2069, शालिवाहन शक संवत- 1934, संवत्सर का नाम- विश्वावसु, अयन- दक्षिणायन, ऋतु- शरद, मास- आश्विन, पक्ष- कृष्ण, तिथि- दशमी रात्रि 27.30 पश्चात एकादशी, हिजरी सन- 1433, मु. मास- जिल्काद, तारीख- 23, नक्षत्र- पुष्य दिन 1.41 पश्चात आश्लेषा, योग- सिद्ध दिन 1.35 पश्चात साध्य, सूर्योदयकालीन करण- वणिज्य, चंद्रमा- कर्क राशि में दिवसपर्यंत रहेंगे।
ग्रह योग- 1. शनि अस्त स्थिति को प्राप्त करेंगे। 2. श्राद्ध पक्ष जारी है।
दिन- सामान्य।
दिन का पर्व- दशमी का श्राद्ध।
दिशाशूल- उत्तर दिशा में।
उपयोगी ज्ञान- श्राद्ध हमेशा हिन्दी तिथि से ही करना चाहिए।
कार्य की अनुकूलता के लिए- किसी धार्मिक ग्रंथ का पाठ कम से कम 24 मिनट करें।
शुभ समय- प्रातः 7.20 से 8.35, सायं 4.40 से 5.50,
श्राद्ध का समय- दिन 11.30 से 1.45 तक।
सुझाव- यदि हो सके तो दिन में 3.02 से 4.30 तक शुभ कार्य टालें।