फर्रुखाबाद: केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के परिवार से उनके तत्कालीन तथाकथित राजनैतिक सलाहकार प्रत्यूश शुक्ला का दशकों के साथ बाद अचानक मोहभंग होने के पीछे भी श्री खुर्शीद के पैतृक ट्रस्ट डा. जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट के समानांतर श्री शुक्ला द्वारा अपना एक समांनांतर ट्रस्ट मदर टेरेसा मेमोरियल ट्रस्ट खड़ा करना ही माना जा रहा है। श्री खुर्शीद को इस घोटाले के देर सवेर सामने आने की आशंका पहले ही हो गयी थी। इसी सिलसिले में वह प्रत्यूश शुक्ला के अतिरिक्त जनपद के कुछ मीडिया कर्मियों के भी संपर्क में थे।
प्रत्यूश शुक्ला का खुर्शीद परिवार से लगभग दो दशक तक साथ रहा। श्री शुक्ला कथित रूप से केंद्रीय कानून मंत्री के राजनैतिक सलाहकार थे। कथित शब्द का उपयोग इस लिये कर रहा हूं, क्योंकि श्री शुक्ला अपना परिचय इसी नाम से देते थे। परंतु उन्होंने अपने इस पद पर नियुक्ति का प्रमाण कभी नहीं दिया, और न ही सलमान खुर्शीद ने कभी इसकी पुष्टि या खंडन किया। खुर्शीद परिवार में भी उनको श्री खुर्शीद की अपेक्षा मैडम लुइस खुर्शीद के अधिक करीब माना जाता था। चूंकि श्रीमती खुर्शीद ही जाकिर हुसैन ट्रस्ट की मुख्य कर्ता-धर्ता थीं, सो प्रत्यूश शुक्ला भी उनके काम में भरसक हाथ बंटाते नजर आते थे।
सलमान खुर्शीद के विगत लोक सभा चुनाव तक वह उनके साथ पूरी तरह थे। लुइस खुर्शीद के विगत विधान सभा चुनाव के दौरान भी श्री शुक्ला गाहे बगाहे साथ रहे। परंतु विगत नगर पालिका चुनाव में वह कहीं नजर नहीं आये। जेएनआई की खबरों पर उनके आने वाले कमेंट कहीं न कहीं उनकी नाराजगी का र्पूवाभास देने लगे थे। नगर पालिका में प्रत्याशी चयन को लेकर उनके एक कमेंट को लेकर कांग्रेस में काफी विवाद भी हुआ था। चुनाव समाप्त होते होते श्री शुक्ला दिल्ली छोड़कर लखनउ आ चुके थे। यानी ब्रेकअप कंप्लीट हो चुका था।
प्रत्यूश शुक्ला के खुर्शीद परिवार से ब्रेकअप के पीछे भी, घोटालों में फंसने के बाद चर्चा में आये खुर्शीद परिवार के पैतृक ट्रस्ट डा. जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट के समानांतर श्री शुक्ला द्वारा अपना एक ट्रस्ट मदर टेरेसा मेमोरियल ट्रस्ट खड़ा करना माना जा रहा है। खुर्शीद परिवार अभी तक अपनी सफाई में सामने नहीं आया है, परंतु परिवार से जुड़े सूत्र परोक्ष रूप से इस घोटाले को सार्वजनिक किये जाने के पीछे भी प्रत्यूश शुक्ला का ही हाथ मान रहे हैं।