फर्रुखाबाद : शहर की नगरपालिका के बारे में अब कुछ खास कहना को नहीं रह गया बहाने बाजी और लापरवाही में अगर परीक्षा करायी जाये तो नगर पालिका विभाग का कोई तोड़ नही| अधिशाषी अधिकारी से लेकर सफाई कर्मचारी तक जिसे देखो अपनी कार्य प्रणाली की डींगे हांकता फिर रहा है लेकिन विकास और नगर की सफाई के नाम पर काम कितना हुआ और नगर से जल निकासी की व्यवस्था कितनी की गयी यह तो शहर में कुछ मिनटों की बारिश से ही पता चल जाता है| लेकिन इसके बबुजुद भी नगरपालिका अब कोई ठोस कदम नही उठा रही है| जिसका खामयाजा प्रत्येक बारिश के बाद आम जनता को भुगतना पड़ता है| प्रातः शुरू हुई मुसलाधार बारिश में पूरा शहर जलमग्न हो गया भोलेपुर हो या नाला मछरट्टा, गंगानगर हो या तलैया मोहल्ला जिधर देखो उधर बेकाबू पानी का तांडव नजर आ रहा है| और सरकारी अमला इस ओर कोई कदम नही उड़ा रहा है| बीते दो दिन पूर्व वर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष वत्सला अग्रवाल ने चौक के मैकू लाल घंटाघर पर अपने व अपने एमएलसी पति मनोज अग्रवाल के नाम का पत्थर चिपकवाकर अपनी हसरत पूरी कर ली और शहर के लोगो को विकास का एक झूठा नमूना पेश कर दिया| लेकिन शहर की स्थिति बद से बत्तर हो गयी नाही लोगो को जल भराव की समस्या से निजात मिली और नाही कूड़े कचड़े के ढेरो से|
फर्रुखाबाद शहर की हालत तो जरा सी वर्षा में ही डूबने के कगार पर आ जाती है तो फिर शहर घंटो की वर्षा के बाद एक अच्छी खासी झील का नमूना लगने लगता है ! गुरुवार कि सुबह की मूसलाधार वर्षा के बाद सारा शहर एक झील में तब्दील हो गया !अगर बात शहर के कुछ निचले इलाकों कि जाये तो उन इलाकों से लोगों का घर दे निकलना मुश्किल गया शहर के तमाम घरों में पानी घुस जाने के कारण लोगो कि जरूरी वस्तुओं का नुकसान भी हुआ कई घरों के लोग तो अपने घरों से इस बात के डर से अपनी छत पर चढ़ गए कि पानी उनके घरो में बुरी तरह भर गया| लेकिन शहर से काफी ऊचाई पर बसी नगरपालिका इस दर्द को नही समझ रही कि ना जाने कितने घरो में सुबह का खाना इस वजह से नही बन सका क्योकि उनके घरो में कमर तक पानी भरा था और दूसरी तरफ मासूम बच्चे विद्यालय जाने से महरूम रहे| कई घंटे हुई बारिश ने कई जगह अपनी विनाश लीला दिखाई फतेहगढ़ के मोहल्ला ग्रानगंज निवासी सागर पुत्र बेनी सिंह का आधा मकान ही जल भराव में बह गया| भोलेपुर, नेकपुर, नेकपुर कलां, आवास विकास, लाल दरवाजा, तलैया मोहल्ला, गंगानगर कालोनी, रस्तोगी मोहल्ला, मित्तू कुंचा, घोडा नकास, सेनापत व हर मोहल्ले में सड़क पर तो क्या लोगों के घरो तथा दफ्तरों तक में पानी भर गया| शहर के सभी नाले भरी बारिश की वजह से पहले से ही कूड़े कचड़े से भरे होने के कारण कुछ मिनटों में ही उफनाकर सड़क तथा गलियों में आ गए| देखते ही देखते घर, मकान, गली, नाली सब एक लेवल पर आ गए| लेकिन इस बात का फर्क उन नेताओं पर बिलकुल नहीं पड़ता जो कि चुनाव के समय जनता से उनके समुचित विकास की बात करते और लम्बे.लम्बे वायदे करते है और न जाने कहां खो जाते हैं !वह नेता सिर्फ वोट मागने के समय जनता के पैरों पर पड़े दिखाई देते हैं और फिर उनके दर्शन भी करने के लिए उनके दरबार में जाकर के लाईन लगाए बिना दर्शन दुर्लभ भी ही समझो|
आवास विकास में जल भराव की मुख्य वजह एमएलसी व पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष की निऊरा कुश्ती
आवास विकास आज पुनः फिर तालाब में तब्दील हो गया बताते चले कि नगरपालिका को सबसे ज्यादा टैक्स देने के मामले में अन्य वार्डो की अपेक्षा आवास विकास का पहला स्थान है क्योकि आवास विकास में ज्यादातर प्रतिष्टित लोग रहते है| जो अपना टैक्स समय पर जमाकर नगरपालिका को आर्थिक लाभ दे रहा है| लेकिन इसके बबुजुद भी आवास विकास नगरपालिका के लापरवाही का शिकार है| आवास विकास स्थित लोहिया मूर्ति के पास से होकर आर.के. हॉस्पिटल के सामने से टेलीफोन कालोनी होता हुआ लकुला की तरफ निकलता है लेकिन जहाँ पर नाला खत्म होता है वही पर एमएलसी व पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मनोज अग्रवाल व कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेन्द्र कटियार के बीच जमीनी विवाद चल रहा है जिसका मामला अदालत में है| नाला खत्म होने के बाद मनोज अग्रवाल का एक बाग है जिसपर राजेन्द्र नाथ कटियार ने इस्टे ले रखा है लेकिन अगर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष चाहे तो उस बाग के अन्दर से फिलहाल नाले का पानी निलकने की वर्तमान व्यवस्था की जा सकती है| जानकारी के मुताबिक इस बाबत आवास विकास के सभासद राकेश गंगवार ने एमएलसी मनोज अग्रवाल से बात की है| अगर मामले को हरी झंडी मिल गयी तो फिलहाल आवास विकास को जल भराव की समस्या से बचाया जा सकेगा|