फर्रुखाबाद: शहर के मुख्य चौराहे “चौक” पर नवाबों के जमाने के बने गेट पर अपने नाम का पत्थर लगवाने की हसरत आखिर मनोज अग्रवाल ने पूरी कर ही ली, भले ही इसके लिये उन्हें इस बार अपना नाम अपनी पत्नी के नाम के नीचे लिखवाना पड़ा। विगत रात्रि यह पत्थर चौक के गेट पर जड़ दिया गया। वैसे चौक पर मनोज के नाम का पत्थर लगने व उखड़ने की परंपरा काफी दिनों से चल रही है।
घटना विगत 22 मई की है। चापलूसी और चमचागिरी की चादर ओढ़ कुछ सरकारी सिपहसालारो ने पिछले पांच साल में मिली झूठन का हक अदा करने में कोई कसर नंही छोड़ी। रात के अँधेरे में लाल त्रिपोलिया चौक घंटाघर के आस्तीन में बसपा एमएलसी के नाम वाला पत्थरलगा और फिर सपाइयों के दबाव में उखड़ गया। बेचारे मनोज खून का सा घूंट पी कर रह गये। दिल की हसरत दिल ही में रह गयी। किस्मत से इस बार उनकी पत्नी वत्सला अग्रवाल चुनाव जीत गयीं तो दिल में दवी आरजू ने फिर सिर उठाया। दोबार पत्थर बनवाया गया। इस बार भी मनोज ने अपना नाम तो लिखवा लिया, पर इस बार उनका नाम पत्नी के नाम के नीचे पति की हैसियत से लिखा गया है। आज रविवार को सायं चार बजे इस पत्थर के उदघाटन का उपक्रम रखा गया है।
उखड़ गया पत्थर: सरकारी नौकर का नाम बदल, इबारत वहीँ तस्दीक होगी