रामराज्य: नाहिद हत्याकाण्ड के नामजद आरोपियों को पांच दिन बाद कोतवाली से छोड़ दिया

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फर्रुखाबाद: बीते 22 अगस्त को बढ़पुर स्थित मानव रहित क्रासिंग पर भीकमपुरा निवासी नाहिद की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी थी। मृतक के परिजनों ने उसके दोस्तों के विरुद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज करायी थी। पुलिस ने दो लोगों को उसी दिन हिरासत में भी ले लिया था। लेकिन आज पांचवे दिन पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपी दोस्तों को कोतवाली से ही छोड़ दिया।

विदित हो कि भीकमपुरा निवासी नाहिद अंसारी उर्फ वासू पुत्र हनीफ अंसारी जोकि दिल्ली में कम्प्यूटर हार्डवेयर की पढ़ाई कर रहा था। ईद वाले दिन दिल्ली से घर आने के बाद उसके दोस्त निहाल, अजेन्द्र व अमित उसे घर से बुलाकर ले गये थे। रात तकरीबन साढ़े 9 बजे नाहिद की ट्रेन से कटकर घायल होने की सूचना उनके परिजनों को पुलिस ने फोन द्वारा दी थी। सभी आरोपी दोस्त मौके से फरार हो गये थे। आईटीआई चौकी इंचार्ज अनूप तिवारी ने नाहिद को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां से नाहिद को रिफर कर दिया गया था। कानपुर ले जाते समय नाहिद की मार्ग में मृत्यु हो गयी। परिजनों ने हत्या का आरोप उसके ही दोस्त निहाल पुत्र वाले, अमित सिंह निवासी आवास विकास पर नाहिद की हत्या करने का आरोप लगाया था। शक के आधार पर पुलिस ने निहाल व उसके एक अन्य साथी राहुल पुत्र अनोखेलाल निवासी चीनीग्रान को हिरासत में ले लिया था। तब से पुलिस आरोपियों से पूछताछ करती रही। 23 अगस्त को मृतक के भाई तारिक परवेज अंसारी ने एएसपी से भेंट कर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कही थी। एएसपी के आदेश पर आरोपी निहाल पुत्र इकबाल आवास विकास निवासी अमित सिंह के अलावा दो अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा संख्या 563/12 धारा 302 के तहत दर्ज कर लिया था। दो दिन पूर्व पुलिस ने सातनपुर निवासी नाहिद के दोस्त अजेन्द्र यादव को भी पूछताछ के लिए थाने लायी थी। बाद में उसे छोड़ दिया गया।

रविवार दोपहर बाद पुलिस ने घटना वाले दिन से शहर कोतवाली की हवालात में बंद निहाल पुत्र इकबाल व राहुल पुत्र अनोखेलाल निवासी चीनीग्रान को हवालात से रिहा कर दिया।

इस सम्बंध में शहर कोतवाल विजय बहादुर सिंह ने बताया कि घटना के बाद से चल रही पूछताछ में दोनो युवकों को हत्या का आरोपी नहीं पाया गया। इस बजह से उन्हें हवालात से छोड़ दिया गया।