छात्रसंघ चुनाव के होर्डिग्स से पटा शहर: नगर मजिस्ट्रेट को शिकायत का इंतजार

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फर्रुखाबाद: शहर में कभी दीवारें, खम्भे, चौराहे तिराहे की दीवारें खाली नहीं रह सकतीं। कभी लोकसभा चुनाव, कभी प्रधानी, कभी नगर निकाय तो कभी छात्रसंघ। शहर में एक होर्डिंग उतरते ही चार होर्डिंग नियमविरुद्व लटका दिये जाते हैं और उन पर कार्यवाही के नाम पर मामला जीरो ही रहता है। इस समय छात्रसंघ के चुनाव कराये जाने की घोषणा के बाद डिग्री कालेज के छात्र पढ़ाई लिखाई छोड़कर होर्डिंग लटकाने व पोस्टर चिपकाने में पूरी तरह मसगूल हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव को लिंगदोह समिति की संस्तुतियों के आधार पर कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने छात्रसंघ चुनाव की तारीख घोषित होने से पहले ही पोस्टर बैनर लगाकर शहर में अतिक्रमण कर रहे लोगों पर नाराजगी जताते हुए आदेश दिये कि इस प्रकार की गतिविधियों को सख्ती से रोका जाये।

बहुजन समाज पार्टी की सरकार ने प्रदेश में डिग्री कालेजों में होने वाले छात्रसंघ चुनावों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया था। लेकिन समाजवादी पार्टी की सरकार आते ही प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव कराने की घोषणा कर दी गयी। डिग्री कालेजों के छात्र पढ़ाई लिखाई छोड़कर कालेजों में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाकर अपना-अपना प्रचार करने में जुट गये।

बीते दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने छात्रसंघ चुनावों में लिंगदोह कमेटी की शिफारिशों को लागू करने की घोषणा की गयी। लिंगदोह कमेटी की शिफारिशों के अनुसार छात्रसंघ चुनावों में कम से कम खर्च किया जाना चाहिए। अनुशासन में रहकर छात्र कालेज के अंदर ही अनुशासन में रहकर प्रचार कर सकते हैं। कोई भी छात्र नेता होर्डिंग, बैनर व पोस्टर नहीं लगा सकता।

वहीं शहर के डिग्री कालेजों में छात्र पढ़ाई लिखाई छोड़कर होर्डिंग बैनर व पोस्टर लगाकर अपना-अपना प्रचार करने में जुटे हुए हैं। लिंगदोह कमेटी की शिफारिशों की खुलेआम धज्जियां उड़ायीं जा रहीं हैं। बिजली के खम्भे, डिग्री कालेजों के मुख्य द्वार, डिग्री कालेजों के सामने बनी बिल्डिगें, जहां देखिये छात्रनेताओं ने अपने बड़े-बड़े लुभावने होडिंग व पोस्टर लगा रखे हैं। देर रात तक होर्डिंग लगाने की प्रक्रिया शहर में चालू बनी रहती है। सब कुछ जानते हुए भी छात्रनेता व प्रशासन न जाने किसका इंतजार कर रहे हैं।

इस सम्बंध में नगर मजिस्ट्रेट मनोज कुमार ने बताया कि छात्रों को इस तरह का अतिक्रमण फैलाने का कोई छूट नहीं दी गयी है। शासन स्तर पर भी होर्डिंग न लगाने के निर्देश नहीं है। जो छात्रनेता शहर में होर्डिंग लगाकर अतिक्रमण कर रहे हैं उन पर कानूनी कार्यवाही की जायेगी।