फर्रुखाबाद : उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ (फुपुक्टा) के आह्वान पर डिग्री कॉलेज के शिक्षक शुक्रवार को सामूहिक अवकाश पर रहे व लखनऊ में विधानसभा के सामने धरना देने पहुंचे। 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर काली पट्टी बांधकर काला दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। धरने में 5 हजार से अधिक शिक्षक पहुंचे।
शिक्षकों की मांग है कि जनवरी 2006 से नवंबर 2008 के बीच का वेतन अवशेष उन्हें दिया जाए। सालों से मांग किए जाने के बाद बावजूद उन्हें यह नहीं दिया जा रहा। 30 जून 2010 तक रीडर बने शिक्षकों को वेतन मान कम दिया जा रहा है। जिसको लेकर शिक्षकों ने रोष व्यक्त किया। शिक्षकों ने यूजीसी रेगुलेशन 2010 का क्रियान्वयन करने की मांग की। शिक्षकों की सेवानिवृति उम्र 62 वर्ष से बढ़ाकर 65 करने, सीपीएफ कटौती शुरू करने आदि मांगों को भी सम्मलित किया गया।
लखनउ धरने में फर्रुखाबाद बद्री विशाल डिग्री कालेज के डा0 एन पी सिंह, डा0 एम एस सिद्दीकी, डा0 आर के तिवारी, डा0 रुद्रनरायन सहित 14 टीचर, डीएन कालेज के प्राचार्य के एम सचदेवा, डा0 गुलाब बघेल, डा0 आर के पालीवाल, डा0 हनीफ, आर पी डिग्री कालेज के डा0 सीपी सिंह, डा0 के के वर्मा, डा0 यशपाल चौहान, भारतीय डिग्री कालेज के प्रो0 आलोक कुमार सहित कुल 21 टीचर धरने स्थल पर पहुंचे।