कमालगंज (फर्रुखाबाद): शायद मीरा को कभी राष्ट्रपति के हाथों बहादुर बच्चे का पुरस्कार न मिले, परंतु उसकी बहादुरी का आज पूरा गांव लोहा मान गया। आज जहां लोग अपनों को गंगा में धक्का दे आते हैं, वहीं 15 वर्षीय किशोरी मीरा ने पड़ोसी के एक 7 बर्षीय बच्चे को बचाने के लिये न सिर्फ उफनाती गंगा में छलांग लगा दी, उसे सुरक्षित बाहर भी निकाल लायी।
गंगा की बाढ़ अपना ताण्डव मचाये हुए है, जिससे गंगा के तटवर्ती ग्रामीणों की जिंदगी मौत के मुहाने पर गुजर रही है। शुक्रवार को विकासखण्ड कमालगंज क्षेत्र में ग्राम भोजपुर में दरबाजे पर खेल रहा 7 वर्षीय मासूम गंगा में अचानक गिर गया। जिससे उसे डूबता देख पास में ही खड़ी एक किशोरी ने गंगा में छलांग लगा दी और उसे बचा लिया। बचाने वाली लड़की को एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर पुरस्कृत किया।
जानकारी के अनुसार गंगा की मुख्य धार भोजपुर के ग्रामीणों के घरों के मुहाने पर बह रही है। शुक्रवार को भोजपुर निवासी रामबीर के घर के सामने उसका 7 वर्षीय मासूम पुत्र सुरजीत अचानक गंगा की 40 फीट गहराई में गिर गया और डूबने लगा। बच्चे को डूबता देखकर पास में ही खड़ी सोनपाल की 15 वर्षीय पुत्री कुमारी मीरा गंगा की तेज धार में अपनी जान की परवाह किये बगैर कूद गयी। मीरा ने तैरकर बच्चे को बाहर निकाल लिया व बाहर आकर उसे उल्टा कर उसके पेट से पानी इत्यादि निकालकर सही सलामत बचा लिया।
घटना की सूचना एसडीएम सदर भगवानदीन वर्मा को दी गयी। एसडीएम ने तत्काल भोजपुर पहुंचकर बच्चे के हालचाल लिए व मासूम को बचाने वाली कुमारी मीरा को आशीर्वाद स्वरूप 500 रुपये नगद पुरस्कार दिया।
बाढ़ की त्रासदी झेल रहे ग्राम भोजपुर के ग्रामीणों को अब कटान के साथ पानी के जानवारों से भी खतरा है। ग्रामीणों ने एसडीएम सदर भगवानदीन वर्मा से शुक्रवार को शिकायत की कि रात में सुसियार(जल व थल दोनों जगह रहने वाला भैंस के आकार का एक जानवर) घुस आया। जिसे ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से भगाया।