रायपुर में तीसरे दिन भी डायरिया बेलगाम, दवा विक्रेताओं की हो गयी ईद

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दूसरे गांवों से पानी ला रहे हैं ग्रामीण

कायमगंज: तीन दिन बीत जाने के बाबजूद भी गांव रायपुर में डायरिया नहीं रूका रहा है । डायरिया जैसे संक्रामक रोग पीड़ित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखकर चिकित्सकों ने नये मरीजों का पंजीकरण तक बंद कर दिया है। अस्पताल से दवाइयां नदारद हैं, व मरीजों को बाहर की दवायें लिखी जा रही हैं। ग्रामीण दूरदराज के ग्रामों से पानी लाने को मजबूर हैं।

कायमगंज के रायपुर गांव में डायरिया जैसी भयानक संक्रामक बीमारी के तांडव को तीसरा दिन हो गया है। अभी भी लोग उल्टी, पेट दर्द, दस्त आदि से ग्रसित हैं। गांव के वाशिंदे पानी के नाम से ही डरे हुए हैं। गांव की दूषित पेयजल आपूर्ति को लेकर भयभीत बने हुए हैं। ग्रामीणों ने गांव में लगे इण्डिया मार्का-2  हैण्ड पंपों तक का पानी पीना भी बंद कर रखा है। सुरक्षा की दृष्टि से ग्रामीण काफी मशक्कत के बाद दूरदराज के गांवों से पानी लाना उचित समझते हैं। गांव के बच्चे तथा नौजवान बड़े-बड़े डिब्बों में पानी लाते हुए देखे जा सकते हैं। कुछ लोग तो मिनरल वाटर की बोतलें बाजार से खरीद कर इस्तेमाल में ला रहे हैं।

नगर के सरकारी अस्पताल में अभी भी मरीजों की भारी संख्या अस्पताल में आ रही है। चिकित्सकों ने नये मरीजों का पंजीकरण तक बंद कर दिया है। सरकारी अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं से पूरी तरह वंचित रखा जा रहा है। डाक्टर मरीजों को दवाइंया अस्पताल से न देकर अधिकांशतः बाहर के मेडिकल स्टोरों से खरीदने के लिए लिखते हैं। जहां इन चिकित्सकों का अच्छा कमीशन बंधा रहता है। इस प्रकार मरीजों के साथ अन्याय किया जा रहा है। वहीं डायरिया के रोगियों को समुचित स्वास्थय लाभ नहीं दिया जा रहा है।

 

रायपुर गांव में फैले डायरिया का कारण गांव में व्याप्त गंदगी व प्रदूषित पानी बता बताया जा रहा है।  सब कुछ जानते हुए भी जिम्मेदार प्रधान, खण्ड विकास अधिकारी व अन्य उच्चाधिकारियों की नजर गांव में फैले कूड़े ढेरों, बजबजाती नालियों की सफाई की तरफ नहीं जा रहा है।

 

रायपुर गांव पूरी तरह से प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार बन चुका है। गांव का विद्युत ट्रांसफार्मर पिछले काफी दिनों से खराब पड़ा है। गांव वालों ने इस सम्बन्ध में विद्युत विभाग से कई बार शिकायत की लेकिन खराब ट्रांसफार्मर बदला नहीं गया। यहां न तो सफाई व्यवस्था ही सही है और नही पेय जल आपूर्ति। गांव के वाशिंदो ने उमस भरी गर्मी में डायरिया का प्रकोप और भी जानलेवा साबित हो रहा है।

 

सीएमओ डा0 राकेश कुमार ने रायपुर गांव के डायरिया से पीड़ित मरीजों व डायरिया फैलने के कारणों का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि पानी टंकी से छोड़े गये प्रदूषित पानी व फैली गंदगी से डायरिया रोग फैल गया। उन्होंने गांवावासियों को बताया कि डायरिया से बचाव के लिए अपने क्षेत्र को साफ स्वच्छ रखें वहीं कपड़े भी साफ पहने। रोग ग्रसित होने पर तुरंत चिकित्सक से सम्पर्क करें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें।

लोगों ने सरकारी अस्पताल कायमगंज में चिकित्सकों द्वारा मरीजों के साथ किये जा रहे लापरवाह पूर्ण रवैये के बारे में बताया तो उन्होंने कहा कि हम पूरा प्रयास करेंगे कि यहां के अस्पताल में सभी दवाइयां उपलब्ध रहें और मरीजों को अस्पताल से ही दवाइंया मिल सके। उन्होंने बताया कि कायमगंज अस्पताल को अभी कुछ दिन पूर्व काफी दवाइंया भेजी जा चुकी हैं। यदि किसी मरीज को अस्पताल से दवाइंया नहीं मिलती है तो इस सम्बन्ध में मुझसे सम्पर्क कर सकता है अथवा लखनऊ स्वास्थय निदेशालय के टोलफ्री नम्बर पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।