फर्रुखाबाद: बेसिक व परिषदीय शिक्षकों के तबादले व समायोजन में भारी अनियमिततायें व गड़बड़ियां सामने आ रहीं हैं। जनपद में तबादलों व समायोजन में सीडीओ के स्टेनों की पत्नी का ही तबादला नियम विरुद्व तरीके से नगर क्षेत्र फर्रुखाबाद से कायमगंज के लिए कर दिया है। शिक्षिका प्रीति भारद्धाज ने नियमविरुद्व किये गये तबादले को रुकवाने के लिए बीएसए, जिलाधिकारी सहित उच्चाधिकारियों को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है।
शिक्षिका प्रीति भारद्धाज ने कहा है कि उसकी तैनाती 22 जुलाई 2011 को कन्या प्राथमिक विद्यालय बढ़पुर नगर क्षेत्र फर्रुखाबाद में की गयी थी। कन्या प्राथमिक विद्यालय बढ़पुर में उनके कार्य व व्यवहार के सम्बंध में कभी किसी अधिकारी को कोई शिकायत नहीं रही। इसके पश्चात भी उसका स्थानांतरण नगर क्षेत्र कायमगंज कर दिया गया है। जबकि नगर क्षेत्र फर्रुखाबाद में अन्य अध्यापिकाओं के स्थानांतरण समायोजन नगर क्षेत्र से नगर क्षेत्र में ही किये गये हैं। जबकि नियमानुसार किसी एक नगर के स्थानीय क्षेत्र से उसी जिले के किसी अन्य नगर स्थानीय क्षेत्र में या एक जिले के स्थानीय क्षेत्र से किसी अन्य जिले के स्थानीय क्षेत्र की सिवाय अध्यापक के अनुरोध पर या उसकी सहमति से और दोनो ही दशा में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद के अनुमोदन से ही किया जा सकता है।
कन्या प्राथमिक विद्यालय बढ़पुर में तैनात रहीं शिक्षिका प्रीति भारद्धाज जनपद के ही सीडीओ के स्टेनो की पत्नी हैं। जबकि अन्य कई महिलाओं के समायोजन नगर क्षेत्र से नगर क्षेत्र में ही किये गये हैं। जिसका कि प्रीति भारद्धाज ने अपने पत्र में उल्लेख भी किया है। फिलहाल प्रीति भारद्धाज ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भगवत प्रसाद पटेल, जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी, मुख्य विकास अधिकारी व नगर शिक्षा अधिकारी को स्थानांतरण रुकवाने के लिए पत्र सौंपकर अवगत कराया है।
बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के तबादलों व समायोजन के नाम पर ऐसे ही कई अन्य शिक्षक व शिक्षिकायें बेसिक शिक्षा विभाग के चक्कर काट रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं है। जिससे शिक्षा सत्र भी प्रभावित हो रहा है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भगवत पटेल ने बताया कि प्रीति भारद्वाज का स्थानांतरण प्रशासनिक आधार पर किया गया गया है। प्रशासनिक आधार पर एक नगर क्षेत्र से दूसरे नगर क्षेत्र में स्थानांतरण किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रीति का स्थानांतरण बंद विद्यालय में किया गया है। इसमें कुछ भी नियम विरुद्ध नहीं है।