फर्रुखाबाद: भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही जंग में अन्ना का समर्थन करने के लिए फर्रुखाबादी निकलने लगे है| देश के कानून मंत्री के गृह जनपद और संसदीय क्षेत्र फर्रुखाबाद में अन्ना के कम समर्थक होने की बात दिल्ली तक गूंजी है| सूत्रों के अनुसार दिल्ली की सरकार की फर्रुखाबाद की स्थिति पर भी नजर है| दिल्ली में आन्दोलन के साथ जनपदों में अन्ना को कितना समर्थन मिल रहा है इस बात पर केंद्र सरकार की निगाहे है| अलगी रणनीति में इस बात की भी चिंता जरुर है की देश के अन्य भागो में अन्ना के समर्थन में कितनी जनता निकलती है| आखिर फर्रुखाबाद के सलमान खुर्शीद के मंत्रालय की भी बड़ी भूमिका इस मामले में है|
फर्रुखाबाद की जनता को जे एन आई के माध्यम से ही इस बात का पता चला तो कई संगठनो के साथ आम जनता आठवे दिन कलेक्ट्रेट पर चल रहे अनशन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई| अनशन कर रहे सदस्यों में से लक्ष्मण सिंह आमरण अनशन पर बैठ गए हैं| यदुनंदन लाल गोस्वामी की स्वस्थ्य स्थिति को देखते हुए उन्हें आमरण अनशन न करने के लिए मन लिया गया है| फर्रखाबाद विकास मंच के मोहन अग्रवाल ने सपने साथियो सहित पहुचे और अनशन में भाग लिया| युवा शक्ति के महासचिव अजय दुबे अपने साथियो सहित अनशन के समर्थन में पहुचे| पूर्व सैनिक सेवा परिषद् के संरक्षक वीरेंदर सिंह भी अनशन करने पहुचे|
सत्याग्रह स्थल र देवकी नंदन गंगवार, अनुज चौहान, मोहित गुप्ता, मनोज यादव एडवोकेट, अशोक कटियार, सेठ नहादुर मिश्र, जवाहर सिंह गंगवार, अजय वर्मा, हरिनाथ जिला संयोजक किसान पंचायत, सरदार रामपाल सिंह, ध्रीरेन्द्र सिंह फौजी, देवेन्द्र यादव, रतिराम, रामरतन, मुन्नालाल राजपूत, शरद दीक्षित, गुड्डू यादव, राजकुमार पूर्व सैनिक, अभय यादव, अनुज यादव, महेंद्र पल सिंह राठौर, डी एस राठौर, रघुवर दयाल कनोजिया, सुबोध अवस्थी, वीरपाल सिंह, राम मुरारी शुक्ल, विजय सिंह उपप्रधान, अजीत सिंह राठौर आदि भी पहुचे|
देर शाम काइंदेल मार्च का आयोजन तय हुआ है|