फर्रुखाबाद: बाढ़ एवं जलप्लावन की समस्या के स्थाई समाधान हेतु जनप्रतिनिधियों के सुझावों के आधार पर कार्य योजना बनाकर शासन को भेजने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार बैठक की।
बैठक में उन्होंने कहा कि गंगा एवं रामगंगा की बाढ़ से प्रत्येक वर्ष जनपद प्रभावित होता है जिससे मार्ग, रोड क्षतिग्रस्त होते हैं तथा फसलों के अलावा नागरिक भी प्रभावित होते हैं। इसके स्थाई समाधान की महती आवश्यकता है। जनप्रतिनिधियों को स्थलीय अनुभव रहता है इसलिए सबके सुझावों के आधार पर कार्य योजना शासन को भेजी जायेगी।
भोजपुर विधायक जमालुद्दीन सिद्दीकी ने सुझाव दिया कि गंगा जी की धारा से भोजपुर ग्राम का कटान हो रहा है तथा बघार नाला, बेबर, शाहपुर सहित आस पास के नालों की सफाई कराने से जल प्लावन की स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। आवश्यकतानुसार कार्य कराने के लिए विधायक निधि से भी कार्य कराया जायेगा।
राज्यमंत्री होमगार्ड एवं व्यावसायिक शिक्षा के प्रतिनिधि विनय अवस्थी ने सुझाव दिया कि गंगापार बीरपुर से लेकर डबरी तक कड़क्का बांध पर मिट्टी डलवाकर ऊंचाई किये जाने के अलावा ठोकर आदि बनाने की आवश्यकता है। लीलापुर ग्राम के पास बने पुल का सम्पर्क मार्ग कट गया है। पिछली बाढ़ में रोड कटकर क्षतिग्रस्त हो गये हैं। बलीपट्टी के पास माखन नगला, किराचन, दहलिया आदि स्थानों पर नालों की खुदाई तथा गंगा के किनारे बने ग्रामों के समीप तटबंध बनाने से गांव सुरक्षित होंगे।
रामप्रकाश यादव उर्फ कल्लू ने सुझाव दिया कि मन्तपुरा से साधो सराय तक नाले एवं बूढ़ी गंगा की सफाई 23 किलोमीटर तक कराये जाने की आवश्यकता है। कंपिल क्षेत्र के मानकपुर क्षेत्र स्थित नाला की सफाई करायी जानी है।
सांसद प्रतिनिधि बाबर खां ने सुझाव दिया कि मोहम्मदाबाद में जल प्लावन है। किदवई नगर नाला, बघार नाला से काली नदी तक सफाई, श्रंगीरामपुर से खन्ता नाला की सफाई की आवश्यकता है। मुख्य विकास अधिकारी ईश्वरीय प्रसाद पाण्डेय ने सभी को धन्यवाद दिया।