फर्रुखाबाद: शुष्क शौचालयों को ध्वस्त कराने व शहर में मैला ढोने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाये जाने से मैला ढोने वाली महिलायें बेरोजगार हो गयीं हैं। उनके घरों में चूल्हे ठंडे पड़े हुए हैं। परेशान महिलाओं ने जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी से मिलकर रोजगार दिलाये जाने की मांग की।
मैला ढोने से बेरोजगार हुईं महिलाओं ने जिलाधिकारी से गुहार लगाते हुए कहा कि अब तक वह शहर में मैला ढोकर चार पैसे कमा लेतीं थीं। जिससे उनकी व उनके परिवार की गुजर बसर हो जाती थी। लेकिन शुष्क शौचालय ध्वस्त कराने व मैला ढोने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाये जाने से उनके घरों के चूल्हे ठंडे पड़े हुए हैं। वह भूखों मरने के कगार पर पहुंच गयीं हैं। जिस पर जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी ने कहा कि बेरोजगार सभी महिलाओं को पट्टे पर जमीन दी जायेगी व मनरेगा में काम भी दिया जायेगा। जिससे उनका व उनके परिवार का पेट पल सकेगा। इस दौरान रेशमा, मुन्नी, सारदा, झब्बो, प्रीती, मायादेवी, सत्यवती आदि मौजूद रहीं।