फर्रुखाबाद: रमजान के चांद के ऍलान में विलंब के चलते अधिकांश मुस्लिमों का शनिवार का पहला रोजा छूट गया। देर रात्रि लगभग बारह बजे चांद की तस्दीक होने के बाद मस्जिदों से ऍलान किया गया। जहां-जहां सूचना पहुंच सकी, पहुंची। परंतु अधिकांश मुस्लिमों का पहला रोजा छूट गया। पहली तरावीह तो खैर सबकी ही छूट गयी। सुबह उठकर जानकारी होने पर कुछ लोगों ने बिना सहरी के ही रोजे की नियत कर ली। अधिकांश मुस्लिम आज से तरावीह की नमाज व कल रविवार से ही रोजे रखना शुरू कर सकेंगे।
जामा मस्जिद के इमाम मौलाना मुअज्जम अली ने बताया कि चांद की तस्दीक व शहादत की शर्त होने के कारण चांद का ऍलान करने में देरी हुई। उन्होंने बताया कि रात्रि लगभाग 11 बजे दिल्ली में शाही इमाम मौलाना बुखारी साहब के ऍलान के बाद यहां ऍलान किया गया। जिन इमामों ने उनसे सम्पर्क किया उनकों बता दिया गया। उन्होंने बताया कि रात को काफी मस्जिदों से ऍलान करवा दिया गया था। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की छूटी हुई तरावीह की 20 रकअत किसी भी दिन कज़ा पढ़ी जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि चार-चार कज़ा तरावीह पांच दिन में भी पूरी की जा सकती हैं।