फर्रुखाबाद: कोतवाली फतेहगढ़ क्षेत्र के बड़ा चौराहा स्थित स्टेट बैंक की फतेहगढ़ शाखा में कोतवाली रोड पर स्थित एटीएम से शहर कोतवाली में तैनात सिपाही रहवर खान ने चार हजार रुपये निकाले। जिनमें से एक 500 का नोट नकली निकला। जिस पर उसने बैंक मैनेजर व कर्मचारियों से शिकायत की तो उन्होंने तकनीकी बातों में उलझाकर उसको चलता कर दिया और अपनी जिम्मेदारी की तरफ बिलकुल भी बैंक कर्मचारी नहीं मुड़े। उन्होंने सिरे से ही पैसा उनकी बैंक का होने से नकार दिया।
शहर कोतवाली में तैनात सिपाही रहवर खान ने बताया कि प्रातः स्टेट बैंक की फतेहगढ़ कोतवाली रोड पर स्थित एटीएम से अपनी खाता संख्या 31772033617 से चार हजार रुपये निकाले और घर चला गया। घर जाकर सिपाही पैसे लेकर सामान खरीदने के लिए चल दिया। दुकान पर पहुंचकर जैसे ही सिपाही ने दुकानदार को नोट दिया तो दुकानदार ने नकली नोट की बात कहकर नोट वापस कर दिया। जिसकी शिकायत लेकर सिपाही जब बैंक मैनेजर अनिल जौहरी से मिला तो उन्होंने उसे तकनीकी व्यवस्था समझाकर और अपनी बैंक का नोट न होने की बात कहकर टहला दिया।
नकली नोटों में कहीं चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों का तो हाथ नहीं
स्टेट बैंक की फतेहगढ़ शाखा में कई बार नोटों के नकली निकलने की घटनायें हो चुकी हैं। जिसको बैंक अधिकारी मानने को ही तैयार नहीं होते कि यह पैसा हमारी बैंक या एटीएम से निकाला गया है। बेचारी भोली भाली जनता एटीएम से निकले हुए कड़कड़ाये नोट बगैर चेक किये ही लेकर चली जाती है। बाद में पैसे की जरूरत पड़ने पर जब वह उनको लेकर बाजार में जाते हैं तो नकली व असली नोट का पर्दाफास होता है। स्टेट बैंक की फतेहगढ़ शाखा में लम्बी लम्बी लाइने हमेशा लगी ही रहती हैं जो बैंक कर्मचारियों के सुस्त कार्यप्रणाली को उजागर करतीं हैं। बैंक के कर्मचारी फाइनेंस सम्बंधी लेनदेन का सारा काम संविदा पर तैनात चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों से करवाते हैं। यहां तक कि नोटों की गड्डी बनाने का भी काम। सूत्रों की मानें तो फतेहगढ़ स्टेट बैंक में संविदा कर्मचारी एटीएम में लगने वाले रुपये को मशीन में डालकर गड्डी बनाने में भी माहिर कर दिये गये हैं। मशीन में चेक करने के बाद यही कर्मचारी गड्डी बनाते हैं। तो शक के घेरे में इन चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों को लेना कोई गलत नहीं।
सैनिक की पत्नी के रुपये भी एक महीने से फंसे एटीएम में
आर्मी में सूबेदार अरविंद सिंह की पत्नी अरुणा ने बताया कि वह फतेहगढ़ क्षेत्र के राजा नगला गांव की निवासी है। उसने 20 जून को स्टेट बैंक की फतेहगढ़ कोतवाली रोड पर बने एटीएम से रुपये निकाले थे। रुपये तो नहीं मिले और न ही रुपये की रसीद वल्कि उल्टा खाते से 22 हजार रुपये कम हो गये। पीड़िता अरुणा एक महीने से स्टेट बैंक फतेहगढ़ के चक्कर लगा रही है लेकिन अभी तक सिर्फ आश्वासन से ही उसकी समस्या का समाधान हो रहा है। महिला आज बैंक मैनेजर अनिल जौहरी से मिली और अपनी समस्या बतायी।
अरुणा ने बताया कि इससे पहले भी वह कई बार मैनेजर के पास आ चुकी है। लेकिन मामले की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बातचीत करने के दौरान मैनेजर अनिल जौहरी ने महिला को आश्वासन दिया कि शीघ्र ही आपकी समस्या का समाधान हो जायेगा। जिस पर महिला अरुणा ने मैनेजर से पूछा कि इस तरह की समस्या के समाधान के लिए बैंक का कोई समय है। जिस पर मैनेजर ने एक हफ्ते में इस तरह की समस्यायें निबटाने की बात बतायी तो महिला ने कहा कि फिर मेरी समस्या को एक महीना कैसे हो गया। जिस पर बैंक मैनेजर अनिल जौहरी चुप्पी साध गये।