फर्रुखाबाद: इसे सत्ता का दबाव कहें या कोटेदारों की पहुचं। जिलाधिकारी मुथु कुमार स्वामी ने उपिलाधिकारी अमृतपुर राकेश कुमार पटेल को कायमगंज स्थानांतरित कर दिया है। मंगलवार को ही एसडीएम अमृतपुर ने दो कोटेदारों के अनुबंध पत्र निरस्त व एक का निलंबित किया था। दो अन्य को कारण बताओ नोटिस व एक की जमानत जब्त की गयी।
विदित है कि हाल ही में उपजिलाधिकारी कायमगंज के तौर पर चार्ज ग्रहण करने वाले एसडीएम कायमगंज राकेश कुमार पटेल ने कालाबाजारी के लिये बदनाम कोटेदारों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था। ताबडतोड़ छापों से कोटेदारों में हड़कंप मचा हुआ था। परेशान कोटेदारों ने सत्ता दल के नताओं से भी गुहार लगानी शुरू कर दी थी। मंगलवार को ही उन्होंने लगभग आधा दर्जन कोटेदारों के विरुद्ध कार्रवाही की थी। बुधवार को उनका स्थानांतरण काय्रमगंज तहसील के लिये कर दिया गया है। उनके स्थान पर अमृतपुर में पूर्व में तैनात रह चुके एसडीएम कायमगंज अरुण कुमार को दोबारा तैनात कर दिया गया है।
अब इसे सत्ता का दबाव कहें या कोटेदारों की पहुचं, एसडीएम के ट्रांसफर से कोटेदारों में खुशी की लहर है। यद्यपि कायमगंज तहसील अमृतपुर से लगभग दो गुनी बड़ी है, परंतु इस प्रकार से स्थानांतरण किये जाने से अधिकारियों के मनोबल पर तो प्रतिकूल प्रभाव पड़ता ही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अपराधिक मामलों में न्यायालय से दोषी ठहराये जाने के बाद एसडीएम अमृतपुर राकेश कुमार ने ग्राम भरका के कोटेदार गुड्डू सिंह व मुजहा के कोटेदार राम सनेही के निलंबित चल रहे कोटा अनुबंध पत्र निरस्त कर दिये हैं। कंचनपुर ग्राम के कोटेदार राघवेंद्र सिंह खड़गपुर के कोटेदार उमेश को कारण बताओ नोटिस दिये गये हैं। शेराखार के कोटेदार जगपाल के निलंबित चल रहे अनुबंध पत्र को जमानत धनराशि व अर्थ दंड सहित 46 हजार 500 रुपये का जुर्माना किया गया है।