फर्रुखाबाद: अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र-छात्राओं के लिए प्रदेश सरकार ने खजाने के द्वार खोल दिए हैं। सरकार ने छात्रवृत्ति के लिए हाईस्कूल के मामले में पैरेंट्स की आय सीमा को एक लाख और इंटर के लिए दो लाख कर दी है। इससे इस साल लाखों बच्चों को छात्रवृत्ति मिलने की उम्मीद है। छात्रवृत्ति के लिए छात्रों से ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं।
प्रदेश सरकार लाखों अल्पसंख्यक छात्रों को छात्रवृत्ति दे रहा है। जिले में करीब एक लाख से अधिक छात्रों को छात्रवृत्ति मिल रही है। इसमें कक्षा एक से पांच तक के छात्रों को 100 रुपये प्रति माह रखरखाव भत्ता, कक्षा छह से दस तक के छात्रों को प्रवेश शुल्क व 500 रुपये प्रति माह, साथ ही करीब 350 रुपये की ट्यूशन फीस भी शामिल है। इसी तरह कक्षा 11 से लेकर पीएचडी तक के छात्र- छात्राओं को अलग-अलग छात्रवृत्ति का प्रावधान है।
अभी तक कक्षा एक से दस तक के ऐसे छात्रों, जिनके पैरेंट्स की आय 50 हजार रुपये सालाना थी, ही छात्रवृत्ति का लाभ दिया जाता था। इसी तरह से कक्षा 11 से पीएचडी (पोस्ट मैट्रिक) तक के लिए आय सीमा एक लाख थी। इसे अब बढ़ाकर क्रमश: एक व दो लाख कर दिया गया है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी दिलीप कटियार के अनुसार इस साल नए व पुराने छात्रों से ऑन लाइन आवेदन मांगे गए हैं। प्री मैट्रिक के छात्रों के आवेदन की अंतिम तारीख 31 अगस्त व पोस्ट मैट्रिक के छात्रों की 30 सितंबर।
प्री मैट्रिक : (कक्षा एक से दस तक)
– कक्षा एक से दस तक के छात्र- छात्राओं को ही दी जाएगी।
– पुराने परीक्षार्थी को 50 फीसद अंक जरूरी।
– माता-पिता की वार्षिक आय एक लाख से अधिक न हो।
– एक परिवार के सिर्फ दो ही बच्चों को छात्रवृत्ति मिलेगी।
– छात्रवृत्ति बच्चों के खाते में पहुंचेगी।
पोस्ट मैट्रिक (कक्षा 11 से पीएचडी तक)
– पैरेंट्स की सालाना आय दो लाख से अधिक न हो।
– करीब 50 फीसद अंकों के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की हो।
– मेरिट कम मींस आधारित योजना का लाभ न मिल रहा हो।