पोस्ट मार्टम रिपोर्ट: प्रधान के चालक की ह्रदय गति रुकने से मौत

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फर्रुखाबाद: बीते 16 घंटे से अधिक पुलिस और ग्रामीणों में मृतक चालक राजू कठेरिया के शव को लेकर चल रही खींचातानी में कई बार परिजन मांगों को लेकर पुलिस से भिड़ गये। कई घंटों के प्रयास के बाद पुलिस मृतक के परिजनों को पंचनामा भरने के लिए राजी कर पायी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मिली जानकारी में राजू की मौत ह्रदय गति रुकने से हुई है।

विदित हो कि बीते दिन थाना मेरापुर के ग्राम देवसनी निवासी प्रधान गंगा प्रसाद की बुलेरो गाड़ी के ड्राइवर राजू कठेरिया मेरापुर थानाध्यक्ष ए के सिंह को दबिश के लिए ले जाते समय संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी थी। जिस पर परिजन बीती रात 10 बजे से लेकर शनिवार की शाम तकरीबन 3 बजे तक पुलिस से भिड़ते रहे। कई बार पुलिस व परिजनों में तीखी झड़पें व धक्का मुक्की भी हो गयी। परिजनों ने मांग की कि मृतक राजू का पोस्टमार्टम डाक्टरों के पैनल से होना चाहिए। जिस पर प्रशासन पहले तो राजी नहीं हुआ लेकिन स्थिति भांपकर अक्रोषित परिजनों की बात माननी पड़ी। लेकिन मृतक के भाई विजय ने पिता के आ जाने तक शव का पंचनामा न करने की बात कही। राजू के पिता इलाहाबाद में थे। जहां वह आज शाम तकरीबन तीन बजे लोहिया अस्पताल पहुंचे और पुलिस से इस सम्बंध में बात की।

शाम को तकरीबन दो सैकड़ा लोग लोहिया अस्पताल में एकत्र हो गये। पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। जहां डाक्टरों के पैनल में डा0 दीपक कटारिया, डा0 वी वी पुष्कर, डा0 अरविंद सक्सेना ने राजू के शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम में मृतक राजू कठेरिया की मौत की बजह ह्रदय गति रुकने से हुई है। जिसका विसरा सुरक्षित कर लिया गया है। वहीं कुछ लोगों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर भी उंगली उठायी है। लोगों के अनुसार यदि ह्रदय गति से मौत हुई होती तो शव के मुहं से झाग व खून नहीं निकलता।

प्रधान दे रहा था समझौते के लिए दो लाख रुपये
मृतक के परिजनों ने बताया कि राजू जिस प्रधान गंगा प्रसाद की गाड़ी चला रहा था और जिस गाड़ी में मौत हुई। मौत के बाद पहले प्रधान मोटे-मोटे आंसू बहाता रहा और अपने ड्राइवर की मौत पर विलाप करता नजर आया। लेकिन परिजनों के आक्रोषित रूप को देखकर प्रधान मौके से खिसक गया। परिजनों ने बताया कि आरोपी प्रधान गंगा प्रसाद समझौते के लिए मृतक की पत्नी कुसुमा को दो लाख रुपये देने की बात करता रहा। लेकिन परिजन इस पर तैयार नहीं हुए।

आरोपी थानाध्यक्ष को भी घटना स्थल से हटाया गया
मृतक राजू कठेरिया के समर्थन में देवसनी गांव के कई सैकड़ा लोग रात को ही लोहिया अस्पताल में हंगामा करते रहे। लेकिन पुलिस पूरी तरह से रात को ही अपने असली रूप में आ गयी थी। मृतक का भाई अर्जुन परिजनों के आने तक शव को बाहर रखने की मांग करता रहा था। लेकिन स्थिति भांपकर मेरापुर थाना इंचार्ज ए के सिंह व शहर कोतवाल विजय बहादुर ने धक्कामुक्की कर विजय को मृतक राजू के शव से हटा दिया। जबर्दस्ती शव को लोहिया अस्पताल में बने शवगृह में बंद कर दिया। प्रातः घटना पर पहुंचे मेरापुर थानाइंचार्ज ए के सिंह को देखकर मृतक का भाई विजय आक्रोषित हो गया तो भीड़ थानाइंचार्ज की तरफ अभद्र व्यवहार करने के इरादे से लपकी। मौका देखकर थाना इंचार्ज घटना स्थल से खिसक गये।