ड्राइवर की मौत: मुहं से झाग, नीला शरीर देख भड़के परिजनों ने पुलिस को खदेड़ा

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फर्रुखाबाद: शुक्रवार को मेरापुर थानाध्यक्ष दबिश के नाम पर ग्राम प्रधान देवसनी गंगा प्रसाद की बुलेरो गाड़ी को मांगकर ले गये थे। जीप प्रधान का ड्राइवर राजू पुत्र ईश्वरचन्द्र चला रहा था। रास्ते में संदिग्ध परिस्थितियों में ड्राइवर राजू कठेरिया की मौत हो गयी थी। शनिवार को प्रातः लोहिया अस्पताल में राजू के शव के मुहं से झाग व नीला शरीर देखकर परिजन भड़क गये और पास में ही खड़े मेरापुर थाना इंचार्ज से हाथापाई के इरादे से लपके। लेकिन इससे पहले ही मौका देखकर थाना इंचार्ज व अन्य पुलिस कर्मी वहां से तेज कदमों खिसक लिये। परिजनों ने भी काफी दूर तक पुलिस का पीछा किया

ड्राइवर राजू पुत्र ईश्वरचन्द्र की शुक्रवार को हुई मौत के कारण अभी साफ नहीं हो पाये हैं। शनिवार सुबह शहर कोतवाल विजय बहादुर सिंह के साथ थाना मेरापुर इंचार्ज अशोक कुमार सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। जिस पर पहले से ही शवगृह पर एकत्र तकरीबन दो सैकड़ा लोग पुलिस को देखकर अचानक भड़क गये और मारो-मारो की नौबत आ गयी। बदनपुर राजेपुर निवासी एक अन्ना समर्थक बाबू सिंह सोमवंशी पुलिस से भिड़ गया और उसने परिजनों को न्याय दिलाने की मांग की। परिजनों ने मांग की कि मृतक राजू का पोस्टमार्टम पैनल से कराया जाये। मुआवजा इत्यादि भी इसलिए दिया जाये क्योंकि वह सरकारी काम से जा रहा था।

पुलिस ने समझाबुझाकर जैसे ही शवगृह से शव बाहर निकाला। परिजनों ने मृतक के मुहं से झाग व खून आते देख पुनः अपना आपा खो बैठे। शरीर पर कई जगह चोटों के निशान इत्यादि भी मिले। मुहं से झाग आता देख मृतक का भाई विजय भड़क गया और उसने कहा कि जहर देकर ही मारा गया। उसने थानाध्यक्ष मेरापुर अशोक कुमार व प्रधान को संदेह के घेरे में ले लिया।

गुस्साये परिजन मेरापुर थानाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह को देखकर आक्रोषित हो गये और उनके साथ हाथापाई के इरादे से थानाध्यक्ष की तरफ लपके। पुलिस ने मौका भांपकर अशोक कुमार को अपने घेरे में ले लिया। लेकिन परिजनों ने शवगृह से लेकर लोहिया अस्पताल के मुख्य गेट तक एसओ को खदेड़ दिया। फिलहाल स्थिति अभी भी गरमायी हुई है।

पत्नी बोली प्रधानी रंजिश में प्रधान ने पुलिस से मिलकर करवायी हत्या
मृतक की पत्नी किरन ने अपने पति राजू के शरीर को देखकर फफक-फफक कर रो रही थी। अपनी मासूम बच्ची सपना की तरफ इशारा करते हुए बोली कि इस मासूम ने हत्यारों का क्या बिगाड़ा था जो इन लोगों ने इसके सर से पिता का साया छीन लिया। किरन ने आरोप लगाया कि प्रधान गंगा प्रसाद ने चुनावी रंजिश की बजह से राजू की हत्या पुलिस से मिलकर करायी है। इसमें पुलिस की मिलीभगत है।

फिलहाल पुलिस पीड़ित पक्ष को समझाने में जुटी रही। शहर कोतवाल विजय बहादुर से अन्ना समर्थक की धक्कामुक्की भी हो गयी। अन्ना समर्थक बाबू सिंह सोमवंशी कोतवाल से पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने की मांग कर रहा था। जिस पर कोतवाल से अन्ना समर्थक की तीखी झड़पें हो गयीं।