फर्रुखाबाद : समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने क्षेत्रीय जनता को उचित स्वास्थ्य सुविधायें मुहैया कराने के लिए डा0 राममनोहर लोहिया अस्पताल का निर्माण करवाया था। लोहिया अस्पताल को बने वैसे तो वर्षों हो गये लेकिन स्थिति जस की तस ही रही। समाजवादी पार्टी के छोटे व बड़े नेता तब ही लोहिया अस्पताल पहुंचते हैं जब पार्टी के किसी वरिष्ठ नेता का जन्मदिन होता है। उस दिन मरीजों को दवाई मिले न मिले फल, बिस्किट जरूर मिल जाता है। न ही मरीजों को दवाइयां मिलती हैं व न ही चेम्बर में डाक्टर।
रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के जन्मदिन पर समाजवादी पार्टी कार्यालय पर काफी चहल पहल रही।तत्पश्चात जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह राठौर, अहमद अंसारी, शहर अध्यक्ष महताब खां के नेतृत्व में कई सपाई लोहिया अस्पताल पहुंचे व मरीजों को बिस्कुट व ब्रेड वितरित किये। प्रसूताओ व घायल मरीजों को बिस्किट, सेव इत्यादि वितरित करने के बाद सपाई तो चले गये लेकिन वहीं बार्डों में कुछ मरीज दवाई न मिलने, डाक्टरों के छुट्टी पर होने की बजह से काफी परेशान दिखे। वहीं अपनी बहन का इलाज कराने लोहिया अस्पताल पहुंचा सुनील बोला न डाक्टर हैं न दवाई, ये लो सेव खा लो।
यह मात्र सुनील की बात नहीं वल्कि अस्पताल में भर्ती ज्यादातर मरीजों की परेशानी है। जिसको कई छापों व निरीक्षणों के बाद भी सुधारा नहीं जा सका। दवाइयां बाहर से लाना, खून की जांचें बाहर से करवाने को लिखना, एम्बुलेंस की व्यवस्था न होना, डाक्टरों के इंतजार में मरीजों को घंटों बैठे रहना आदि न जाने कितनी समस्यायें उन गरीब बेबस मरीजों को उठानी पड़ती हैं जो लोहिया अस्पताल में इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं।