फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी के निर्देश पर शनिवार को उपजिलाधिकारी कायमगंज अरुण कुमार ने शमशाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम अकबरपुर दामोदर का निरीक्षण किया, परन्तु उनकी ओर से भी सुरक्षा का कोई ठोस आश्वासन न मिलते देख शेष बचे शाक्य बिरादरी के ग्रामीण भी सायंकाल गांव से पलायन कर गये।
विदित है कि विगत तीन चार दिनों से गांव में ग्राम समाज की जमीन पर विवाद के चलते यादवों व शाक्यों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई थी। गुरुवार को शाक्यों ने यादव बिरादरी के दबंगों द्वारा मारपीट, पथराव व घरों में घुसकर प्रताड़ित करने की शिकायत जिलाधिकारी से की थी। डीएम ने पुलिस से सम्बंधित मामला देख ग्रामीणों को पुलिस अधीक्षक के पास भेज दिया था। एसपी द्वारा थानाध्यक्ष शमशाबाद से इस सम्बंध में पूछे जाने पर उन्होंने पीड़ितों को ही हमलावर दिखाकर भ्रमित कर दिया और पीड़ितों में से ही कई युवकों को संगीन आरोपों में थाने में बैठा लिया। शुक्रवार को फिर विवाद होने के बाद शाक्य समाज के एक दर्जन परिवारों में से अधिकांश गांव छोड़कर चले गये थे। घटना के समाचार मीडिया में आने के बाद जिलाधिकारी बी मुथुकुमार स्वामी ने शनिवार को उपजिलाधिकारी कायमगंज को स्वयं गांव में जाकर रिपोर्ट देने के निर्देश दिये थे।
शनिवार को उपजिलाधिकारी कायमगंज अरुण कुमार ने ग्राम अकबरपुर दामोदर पहुंचकर मामले की जांच की। परन्तु उनके रवैये से संभवतः ग्रामीणों का विश्वास बहाल न हो सका। इसी के चलते शाक्य बिरादरी के शेष बचे ग्रामीण भी शनिवार सायंकाल गांव से पलायन कर गये।
ग्रामीणों के अनुसार उपजिलाधिकारी कायमगंज ने मौके पर जांच के नाम पर मात्र पूछताछ की औपचारिकता ही निभायी, और ग्रामीणों को यथा स्थिति बनाये रखने के निर्देश देकर चले गये। ग्रामीणों की मानें तो थानाध्यक्ष शमशाबाद ने उपजिलाधिकारी कायमगंज को उनके गांव पहुंचने से पहले ही वास्तविक वस्तु स्थिति न बताकर उन्हें भ्रमित कर दिया था।