फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी ने कायमगंज तहसील सहित मण्डी समिति स्थित गेहूं केन्द्रों का निरीक्षण किया। इसके बाद जिलाधिकारी ने शमशाबाद ब्लाक में औचक निरीक्षण कर कर्मचारियों की हाजिरी ली। डीएम ने अनुपस्थित कर्मचारी के विरुद्व कार्यवाही के निर्देश दिये। ग्रामों में मनरेगा के तहत कार्य न कराये जाने पर 67 ग्राम विकास अधिकारियों के विरुद्व आरोप पत्र दिये जाने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी बी मंगलवार को दोपहर बाद मण्डी समिति कायमगंज पहुंचे जहां उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी कल्याण निगम एवं पीसीएफ द्वारा संचालित गेहूं क्रय केन्द्रों का सघन निरीक्षण किया। कल्याण निगम के गेहूं क्रय केन्द्र प्रभारी अवनीश पाण्डेय से गेहूं खरीद के बारे में जानकारी की। जिस पर अवनीश पाण्डेय ने बताया कि मंगलवार को कोई खरीद नहीं की। जिस पर वहां खड़े किसानों ने जिलाधिकारी से उनका गेहूं न खरीदे जाने की शिकायत की। जिस पर डीएम ने केन्द्र प्रभारी को तुरंत गेहूं तुलवाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने केन्द्र के रजिस्टर व भुगतान की गयी चेकों का भी बारीकी से निरीक्षण किया। केन्द्र का तराजू भी जिलाधिकारी ने स्वयं तुलकर जांचा। इसके बाद पीसीएफ केन्द्र का भी निरीक्षण किया।
निरीक्षण से वापस लौटते समय जिलाधिकारी ने शमशाबाद ब्लाक में अचानक पहुंचकर वहां कर्मचारियों की हाजिरी ली। जिस पर शैलेन्द्र राजपूत नाम का कर्मचारी अनुपस्थित मिला। जिस पर कार्यवाही के निर्देश दिये। मनरेगा के बारे में पूछने पर 78 ग्रामों में से मात्र 11 ग्रामों में ही काम होना पाया गया। शेष ग्रामों में काम न कराने के कारण सम्बंधित ग्राम विकास अधिकारियों को आरोप पत्र दिये जाने के निर्देश दिये।